गौरी मंत्र हिंदी में । Gauri mantra in Hindi
माँ गौरी को दुर्गा माँ के आठवें स्वरूप के रूप में जाना जाता है। माँ गौरी अपने भक्तो का ख्याल अपने बच्चो की तरह रखती है। जब कोई भी पुरुष या महिला माँ गौरी की उपासना सच्चे मन से करता है तो उपासना करने से माँ बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाती है।
आज के समय में अधिकतर पुरुष या महिला किसी ना किसी परेशानी का सामना कर रहे है। अगर आप भी किसी परेशानी से पीड़ित है तो आज हम आपको एक ऐसा मंत्र बताने जा रहे है जो आपके जीवन में आ रहे सभी कष्टों का निवारण कर सकता है।
नीचे हम आपको गौरी मंत्र के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। इस मंत्र का जाप करने से माँ गौरी बहुत जल्द प्रसन्न हो जाती है और आपके जीवन को सुखमय बना देती है।
गौरी मंत्र इन हिंदी
या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।
ओम महागौरिये: नम:।
गौरी मंत्र जाप करने का तरीका
गौरी मंत्र का जाप करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठ कर फ्रेश होने के बाद स्नान कर लें। उसके बाद पूजा घर के सामने साफ़ आसन बिछा कर बैठ जाएं। उसके बाद माता गौरी की फोटो या मूर्ति सामने रख लें। फिर माता के सामने दीपक और धूप बत्ती जला दें। उसके बाद माता का तिलक कर दें और माता को श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
उसके बाद ऊपर बताए गए मंत्र का जाप 108 बार करें। इस मंत्र का उच्चारण होने के बाद माता को पुष्प और मिठाई अर्पित कर दें। उसके बाद माँ गौरी से अपनी मनो कामना जल्द पूर्ण होने की कामना करें। बहुत जल्द आपकी मनोकामना पूर्ण हो जाएगी।