खाटू श्याम का जन्मदिन । Khatu Shyam Birthday

    खाटू श्याम का जन्मदिन । Khatu Shyam Birthday

    आज के समय में शायद ही कोई इंसान हो जिसे भगवान खाटू श्याम के बारे में जानकारी ना हो। प्रत्येक साल संपूर्ण भारत में बाबा खाटू श्याम का जन्म दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी में बहुत ही धूम धाम और हर्षोउल्लास के साथ माना जाता है। बाबा खाटू श्याम को कलयुग में भगवान कृष्ण के अवतार के रूप में जाना जाता है।

    खाटू श्याम बाबा के बारे में कहा जाता है जो भी इंसान बाबा के दर्शन कर लेता है उस इंसान के जीवन में आ रहे सभी कष्ट दूर हो जाते है या अगर आप जीवन से हार गए है तो एक बार बाबा के दर्शन करने मात्र से आपके अंदर जीवन जीने की आशा जग जाती है। बाबा खाटू श्याम का मंदिर राजस्थान के सीकर में बना हुआ है। हर साल लाखो भक्त बाबा के दर्शन करने पहुँचते है।

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    खाटू श्याम बाबा का नाम बर्बरीक था और बर्बरीक पांडव पुत्र भीम के पौत्र थे। बर्बरीक के पिता का नाम घटोत्कच और माता का नाम हिडिम्बा था। महाभारत के समय पर बर्बरीक अपनी माँ के कहने युद्ध में शामिल होने के लिए जाने लगे। लेकिन उन्हें बीच रस्ते में भगवान कृष्ण मिले। भगवान कृष्ण नहीं चाहते थे की बर्बरीक महाभारत के युद्ध में शामिल हो।

    भगवान कृष्ण ने बर्बरीक से दान में उनका शीश माँगा, जिसे सुन बर्बरीक ने खुशीपूर्वक अपना शीश भगवान को अर्पित किया। बर्बरीक के इस त्याग को देख कर भगवान कृष्ण बहुत ज्यादा प्रसन्न हुए और उन्होंने बर्बरीक से कहा की कलयुग में तुम श्याम के नाम से जाने जाओगे। बर्बरीक के शीश को राजस्थान के खाटू नगर में दफनाया गया, जिसकी वजह से उनका नाम खाटू श्याम बाबा पड़ा था।

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    काफी समय बाद खाटू नगर के राजा के सपने में बाबा खाटू श्याम का शीश दिखाई दिया और बाबा के मंदिर का निर्माण होता हुआ दिखाई दिया। अगले दिन राजा ने उस जगह की खुदाई करवाई तो उन्हें बाबा का शीश प्राप्त हुआ फिर राजा ने उसी जगह पर बाबा खाटू श्याम के मंदिर का निर्माण कराया। तभी से बाबा खाटू श्याम का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाता है।

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