मथुरा का किला । Mathura ka Kila
हर साल लाखो लोग मथुरा घूमने जाते है, मथुरा घूमने जाने वाले अधिकतर इंसान कृष्ण मंदिर और अन्य जगहों पर घूम कर वापिस चले जाते है। काफी सारे इंसान जानकारी के अभाव में मथुरा का किला नहीं घूम पाते है। मथुरा के किले को कंस किला के नाम से भी पुकारा जाता है। चलिए आज हम आपको मथुरा के किले के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।
मथुरा का किला यमुना किनारे बना हुआ है। यह किला कई एकड़ में बना हुआ है और किले के अंदर सभागार से लेकर शस्त्रागार तक मौजूद है। इस किले की दीवारों पर आपको मुग़ल शैली की वास्तुकला देखने को मिलती है। मथुरा के किले की पाँच मंजिल जमीन के नीचे दबी हुई बताई जाती है। किले के मुख्य मार्ग पर भगवान शिव का मंदिर बना हुआ है, ऐसा कहा जाता है की इस मंदिर की स्थापना कंस ने कराई थी।
मथुरा के किले में मौजूद शिव मंदिर की जगह पर भगवान शिव जमीन में से प्रकट हुए थे। अगर आप इस किले को देखने जाने का विचार बना रहे है तो यह किला सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। आमतौर पर यह किला रोज ही खुला रहता है लेकिन विशेष पर्व या मौके पर किला आम इंसानो के लिए बंद रहता है।
किले में घूमने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है। अगर आप मथुरा घूमने जाने के बारे में सोच रहे है तो आपके लिए अक्टूबर से अप्रैल के बीच का समय सबसे बेहतर होता है। हालाँकि इस समय पर मथुरा में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। मथुरा के किले के आसपास भी कई सारी घूमने की जगह मौजूद है।