अष्टमी पूजा मंत्र हिंदी में । Ashtami Puja Mantra in Hindi

नवरात्र के नौ दिन भारतीय हिन्दू धर्म में मां दुर्गा की पूजा के लिए मनाये जाने वाला एक बेहद ही महत्वपूर्ण उत्सव है। इस दिन माँ दुर्गा के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है। वैसे तो माँ दुर्गा की पूजा 9 रूपों और 10 महाविद्या के स्वरूप में की जाती है, लेकिन महादेव की अर्धांगिनी अर्थात पत्नी के रूप में माँ गौरी ही विराजमान रहती हैं। ऐसा माना जाता है की महागौरी की पूजा करने से हर असंभव कार्य भी संभव हो जाता है।

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अष्टमी पूजा मंत्र हिंदी में । Ashtami Puja Mantra in Hindi

श्वेते वृषे समरुझा श्वेताम्बरधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोद:

या देवी सर्वभूतेषु माँ महागौरी रूपे स्थथिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

अष्टमी पूजा मंत्र का विवरण :
अष्टमी के दिन की पूजा भी नवरात्र के बाकी दिनों की तरह ही होती है। अपने पूजा घर को स्वच्छ कर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और फिर वहां माँ की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद माता को लाल चुनरी अर्पित करें। फिर माता को सिंदूर और चावल चढ़ाएं। उसके बाद अपने हाथों में सफेद फूल रखें और महागौरी के मंत्र का जाप करें, और मंत्र के जाप के बाद यह फूल माँ को अर्पित कर दें।

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अष्टमी के दिन माता महागौरी को नारियल का भोग भी लगाया जाता है। कहते हैं की मां महागौरी के आशीर्वाद से भक्त को अपने जीवन में सफलता और सुख-शांति मिलती है। माता के मंत्र के पाठ से आपको भय और बुराई से रक्षा प्राप्त होती है। यह भी माना जाता है की माता के इस मंत्र का जाप साधक के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार लाता है और उसे विभिन्न संकटों और कठिनाइयों से मुक्ति प्राप्त होती है।

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