गणेश मंत्र | Ganesh mantra lyrics in Hindi
इस पृथ्वी पर परिवार समाज और राष्ट्र की मूल इकाई होती है। परिवार के बिना न तो समाज की कल्पना की जा सकती है और न ही राष्ट्र की। परिवार के बिना मनुष्य पशु के समान हो जाएगा। परिवार के अभाव में जंगल की रीति समाज की नीति बन जाएगी। इस धरती पर समाज, देश और मनुष्य का जीवन तभी सुचारु ढंग से चल पा रही है जब सबके पास परिवार है। हर कोई अपने परिवार का कल्याण चाहता है, इसलिए मनुष्य को अपने परिवार के लिए बाकी सब कार्य करने के साथ-साथ भगवान गणेश के मंत्र का जाप भी करना चाहिए।
गणेश मंत्र
जय गणेश गिरिजा सुवन,
मंगल करण कृपाल।
दीनन के दुख दूर करि,
कीजै नाथ निहाल॥
गणेश मंत्र का अर्थ:
हे माता पार्वती के पुत्र भगवान श्री गणेश, आपकी जय हो। आप कल्याणकारी है, सब पर कृपा करने वाले हैं, गरीब लोगों के दुख दूर कर उन्हें ख़ुशहाल बनाए।
भगवान गणेश के इस मंत्र का जाप प्रातः काल में करना होता है। इस मंत्र का जाप करने से पहले शारीरिक रूप से नहा-धोकर शुद्ध हो जाना होता है। इस मंत्र का जाप भगवान गणेश के प्रतिमा के सामने करना होता है। इस मंत्र का जाप करते समय आँख बंद करके भगवान गणेश का ध्यान करना होता है। इस मंत्र का जाप नमस्कार की मुद्रा में खड़े होकर करना होता है।
इस मंत्र का जाप शुरू करने से पहले भगवान गणेश को लाल और पीले रंग का फूल चढ़ाना होता है। इस मंत्र का जाप किसी भी दिन किया जा सकता है लेकिन सप्ताह में कम से कम तीन दिन ज़रूर करना होता है। इस मंत्र का जाप एक सुर में लगातार सात बार करना होता है। इस मंत्र के प्रभाव से आपके परिवार का कल्याण होगा, परिवार में खुशहाली आएगी।