हिन्दू धर्म में ॐ मंत्र का एक बड़ा महत्व माना जाता है, इसे इस सृष्टि की मूल ध्वनि के रूप में भी जाना जाता है। ऐसी भी मान्यता है की यह संसार की पहली ध्वनि है और इसके उद्भव से ही बाकी सभी ध्वनि का उद्भव हुआ है। ॐ एक एकाक्षरी मंत्र है जिसे ब्रह्मांड के सारे शक्तिशाली शक्तियों का प्रतीक माना जाता है। आज हम आपको इस ॐ मंत्र का महत्व और इसके जाप की सही विधि क्या है इस बारे में बता रहे हैं।
ॐ मूल मंत्र हिंदी में । Om mool mantra in Hindi
ॐ॥
ॐ मूल मंत्र का विवरण :
ॐ मंत्र अपने आप में संपूर्णता को दर्शाता है और माना जाता है की इसके नाद से ही संसार की उत्पत्ति हुई है और इस सम्पूर्ण संसार का अंत भी यह मंत्र ही दर्शाता है। इस मंत्र के जाप करने की विधि बेहद ही सरल है। नियमित रूप से आपको इस मंत्र का जाप अपनी श्वास के साथ करना चाहिए। साथ ही मंत्र के जाप के दौरान शांति और स्थिर मन के साथ बैठना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कहते हैं की अनुशासन के साथ यदि ॐ मंत्र का जाप नियमित रूप से किया जाए तो यह आपके लिए बेहद ही लाभकारी सिद्ध हो सकता है। माना जाता है की इसका जाप करने से मन शांत होता है और चिंताओं से मुक्ति मिलती है। साथ ही ॐ का जाप आपके आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होता है। यह भी कहा जाता है की ॐ का जाप आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वास्थ्य बनाता है।