ॐ त्र्यम्बकं यजामहे मंत्र जिसे आम तौर पर महामृत्युंजय मंत्र के नाम से भी जाना जाता है, एक बेहद ही शक्तिशाली मंत्र है, जिसमें आपके जीवन में आने वाले अकाल मृत्यु के भय को भी दूर करने की शक्ति है। इस मंत्र के जाप के और भी कई फायदे होते हैं, इस पोस्ट के माध्यम से आज हम इस मंत्र की महिमा के बारे में जानेंगे।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे मंत्र । Om Tryambakam Yajamahe Mantra in Hindi
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ, त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे मंत्र का विवरण :
इस मंत्र के अर्थ में मुख्य तौर पर शिव की महिमा का बखान किया गया है और उनके आशीर्वाद प्राप्ति की उम्मीद से उनसे प्रार्थना की गयी है। इस मंत्र के पहले छंद में त्र्यम्बकं अर्थात तीन आंखों वाले महादेव से प्रार्थना की गयी है, जो इस पूरे संसार को आध्यात्मिक रूप से सुगंधित या यूँ कहें की सुंदर रूप देते हैं और इसे पोषित करते हैं, जिनके साथ इस पूरे संसार का एक बंधन है, उनसे हम मृत्यु के इस जाल से मुक्ति का वरदान मांगते हैं, और कामना करते हैं की शिव हमें अमरता का आशीर्वाद देंगे।
महादेव के इस मंत्र के कई लाभ हैं। इसके जाप मात्र से आपको अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता और आपके जीवन में आने वाले कोई भी कष्ट और दुःख स्वतः ही दूर हो जाते हैं। इस मंत्र के जाप से जहाँ आपके जीवन की सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं वहीं इसकी मदद से आपकी हर एक मनोकामना भी पूर्ण हो सकती है। इस मंत्र के जाप से आपको शारीरिक रूप से कोई बीमारी नहीं होती।
इस मंत्र का जाप आपको एक रुद्राक्ष की माला के साथ करना चाहिए, और हो सके तो इसका जाप शिवलिंग के समक्ष करें। मंत्र के जाप से पूर्व भगवान शिव की पूजा करने के लिए शिवजी पर बेलपत्र, धतूरा और फूल चढ़ाकर शिवलिंग के सामने एक दीपक जलाएं। उसके बाद सच्चे मन से महादेव का स्मरण करते हुए इस मंत्र का जाप करें, आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी।