पार्सले सीड्स इन हिंदी । Parsley seeds in Hindi
पार्सले को आप घर पर गमले में उगा सकते है। पार्सले को जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है। पार्सले का उपयोग सबसे ज्यादा यूरोप और अमेरिका में किया जाता है। भारत में आपको पार्सले जल्दी से देखने को नहीं मिलता है। पार्सले देखने में थोड़ा थोड़ा हरा धनियां की तरह लगता है। पार्सले के पेड़ की बात करें तो इसका पौधा आधे से एक फुट की ऊँचाई तक बढ़ता है।
पार्सले का इस्तेमाल गार्निश करने के लिए सबसे ज्यादा होता है। पार्सले में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के साथ साथ आयरन, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, मैग्नीशियम, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन k, विटामिन बी 6, विटामिन बी 12 इत्यादि प्रचुर मात्रा में पाए जाते है।
पार्सले ब्लड की कमी को दूर करने में, हड्डियों को मजबूत बनाने में, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में और यूरिन से संबंधित परेशानियो को दूर करने में सहायक होती है। अगर आप घर पर पार्सले उगाना चाहते है तो सबसे पहले आपके पास बेहतर क्वालिटी के पार्सले सीडस होने चाहिए। आज के समय में आपको मार्किट में या ऑनलाइन पार्सले सीडस मिल जाते है।
पार्सले के बीज को बोने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर नवंबर का महीना माना जाता है। पार्सले सीडस को मिटटी में चौथाई इंच की गहराई में बो दें। पार्सले के बीज आप जिस मिट्टी में बो रहे है उस मिटटी का PH मान 6 से कम नहीं होना चाहिए। पार्सले सीडस को अंकुरित होने में 15 से 30 दिन का समय लगता है। पार्सले का पौधा दो से तीन महीने में तैयार हो जाता है।