पवित्रीकरण मंत्र हिंदी में । Pavitrikaran Mantra in Hindi

पवित्रीकरण मंत्र एक ऐसा मंत्र है जिसका जाप हर पूजा, हवन, या किसी आयोजन से पूर्व करना अनिवार्य माना जाता है। कहा जाता है की इसके जाप के साथ स्नान कर आप खुद को किसी भी पूजा या आयोजन के लिए पवित्र कर तैयार कर सकते हैं। हिन्दू धर्म में विभिन्न उद्देश्यों जैसे कि पूजा, यज्ञ, साधना, व्रत, आदि में इस मंत्र का उपयोग किया जाता है।

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पवित्रीकरण मंत्र हिंदी में । Pavitrikaran Mantra in Hindi

ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपिवा। य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: बाह्यात् भ्यन्तर: शुचि: ।।

पवित्रीकरण मंत्र का विवरण :
इस पवित्रीकरण मंत्र को सिद्ध करने हेतु आपको सबसे पहले अपने दाहिने हाथ में जल लेना होता है, यदि गंगाजल हो तो बहुत अच्छी बात है, हालाँकि, यदि गंगाजल नहीं तो भी आप शुद्ध जल के साथ इस विधि को कर सकते हैं। दाहिने हाथ में जल लेकर शुद्ध मन से इस मंत्र का सही उच्चारण करते हुए इसका पाठ करें और फिर हाथ के जल को अपने ऊपर छीटें।

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यह मंत्र ना सिर्फ किसी व्यक्ति विशेष को पवित्र करता है, बल्कि यदि आपको किसी पूजा स्थल को भी पवित्र करना हो, तो उसके लिए भी इस मंत्र का उपयोग किया जा सकता है। माना जाता है की पवित्रीकरण मंत्र के उच्चारण से व्यक्ति की मानसिक और आत्मिक रूप से शुद्धि होती है, जो उसे किसी भी आध्यात्मिक पूजा पाठ इत्यादि के लिए सज्ज करता है। बुरे कर्मों की शुद्धि के लिए भी पवित्रीकरण मंत्र का जाप किया जाता है।

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