शिव पुराण एक बेहद ही प्रचलित पौराणिक ग्रन्थ है जिसमें भगवान शिव की गाथा का वर्णन किया गया है। भगवान शिव जिन्हें देवों के देव महादेव के नाम से भी संबोधित किया जाता है, को समर्पित इस ग्रन्थ में उनके कई मंत्रों का वर्णन है। माना जाता है की महादेव के इन मंत्रों के जाप से आपको भगवान शिव की कृपा प्राप्ति होती है और आपकी आध्यात्मिक उन्नति भी होती है। शिव पुराण में वर्णित मंत्रों में से कुछ प्रमुख मंत्र यहाँ हम आपको बता रहे हैं।
शिव पुराण मंत्र हिंदी में । Shiv Puran Mantra in Hindi
ॐ नमः शिवाय॥
ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टि वर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा ।।
ॐ नमो नीलकण्ठाय ।।
ॐ पशुपतये नम:।।
शिव पंचाक्षर स्त्रोत :
नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांगरागाय महेश्वराय ।।
नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे”न” काराय नमः शिवायः॥
मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय ।।
मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे “म” काराय नमः शिवायः॥
शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय ।।
श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै”शि” काराय नमः शिवायः॥
वषिष्ठ कुभोदव गौतमाय मुनींद्र देवार्चित शेखराय ।।
चंद्रार्क वैश्वानर लोचनाय तस्मै”व” काराय नमः शिवायः॥
यज्ञस्वरूपाय जटाधराय पिनाकस्ताय सनातनाय ।।
दिव्याय देवाय दिगंबराय तस्मै “य” काराय नमः शिवायः॥
पंचाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेत शिव सन्निधौ ।।
शिवलोकं वाप्नोति शिवेन सह मोदते॥
शिव पुराण मंत्र का विवरण :
भगवान शिव को संबोधित करते ये सभी मंत्र और स्त्रोत उनकी महिमा का गुणगान करते हैं। यह मंत्र भक्तों के लिए शिव भगवान के आशीर्वाद प्राप्ति का मार्ग है। इन मंत्रों का जाप साधक को मानसिक शांति और सद्गति की प्राप्ति में मदद करता है। इन मंत्रों का जाप आप किसी शिव मंदिर में जाकर कर सकते हैं या फिर अपने घर में भी इनका जप कर सकते हैं।
मंत्र का पाठ करने हेतु मन में समर्पण और भक्ति का भाव होना चाहिए। आप चाहे तो इन मंत्रों के जाप हेतु रुद्राक्ष की माला का उपयोग भी कर सकते हैं, माना जाता है की रुद्राक्ष महादेव को बेहद ही प्रिय है। महादेव के ये मंत्र आपके मानसिक स्थिति को स्थिर करके तनाव को कम करने में मदद करते हैं। इन मंत्रों के जाप आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है।