12 ज्योतिर्लिंग मंत्र हिंदी में । 12 jyotirlinga mantra in Hindi
भगवान शिव की पूजा सभी इंसान सच्चे मन से पूजा अर्चना करते है। भारत में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग का महत्व बहुत ज्यादा है। रोजाना हजारो भक्त इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पहुँचते है। ऐसा माना जाता है की ज्योतिर्लिंग जहाँ पर विराजमान है वहाँ पर भगवान शिव निवास करते है। जो भी इंसान सच्चे मन और पूर्ण श्रद्धा से ज्योतिर्लिंग के दर्शन और पूजन करता है उस इंसान को मोक्ष प्राप्त होता है।
बहुत सारे भक्त ऐसे होते है जो ज्योतिर्लिंगो के दर्शन करने में असमर्थ होते है। ऐसे इंसान घर पर या भगवान शिव के मंदिर में जाकर 12 ज्योतिर्लिंग मंत्र का जाप करके मोक्ष प्राप्त कर सकता है।
12 ज्योतिर्लिंग मंत्र इन हिंदी
सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्। उज्जयिन्यां महाकालं ओम्कारम् अमलेश्वरम्॥ परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशङ्करम्।
सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने॥ वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमीतटे। हिमालये तु केदारं घुश्मेशं च शिवालये॥ एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः।
12 ज्योतिर्लिंग मंत्र का जाप करने का तरीका
12 ज्योतिर्लिंग मंत्र का जाप करने की शुरुआत सोमवार से करना शुभ माना जाता है। सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करके साफ कपड़ें पहन लें। उसके बाद पूजा स्थल में साफ आसन बिछा लें। उसके बाद अपने सामने एक चौकी रखकर उसके ऊपर साफ कपडा बिछा दें।
कपड़ें के ऊपर भगवान शिव और ज्योतिर्लिंगो की फोटो रख लें। फिर भगवान की फोटो के सामने दीपक और धूप बत्ती जला दें। उसके बाद भगवान को पुष्प, बेलपत्र, फल और मिठाई अर्पित करें। भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के बाद हाथ में रुद्राक्ष की माला लेकर ऊपर बताए गए मंत्र का जाप 108 बार करें।
मंत्र उच्चारण समाप्त होने के बाद हाथ जोड़कर भगवान से अपने जीवन में आ रही परेशानियो को दूर करके जीवन को सुखमय बनाने की कामना करें।