भगवान विष्णु मूल मंत्र । Bhagwaan Vishnu Mool Mantra in Hindi

भगवान विष्णु को इस पूरे जगत का पालनहार कहा जाता है। हमारे सनातन धर्म के अनुसार विष्णु कई प्रमुख देवताओं में से एक हैं, और जिन्हें नारायण और हरि के नाम से भी जाना जाता है। हमारे महाग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु को परमेश्वर के तीन मुख्य रूपों में से एक माना गया है। इस त्रिमूर्ति में अन्य देव के रूप में भगवान शिव और ब्रह्मा को शामिल किया जाता है।

- Advertisement -
   

भगवान विष्णु मूल मंत्र। Bhagwaan Vishnu Mool Mantra in Hindi

ॐ नमोः नारायणाय॥

भगवान विष्णु मूल मंत्र का अर्थ :
भगवान विष्णु के इस मूल मंत्र का पूर्ण अर्थ यही है की मैं परम वास्तविकता, नारायण को नमन करता हूं। इस छोटे से दिखने वाले मंत्र में कई सारी खूबियां मौजूद हैं। यह भगवान विष्णु से हमारा सीधा संपर्क बनाता है। इसे अष्टाक्षरा और नारायण मंत्र भी कहा जाता है। यह मंत्र हमारे हिन्दू धर्म के प्रमुख मंत्रों में से एक है और वैष्णववाद का प्रमुख मंत्र है।

हमारी संस्कृति की धरोहर सामवेद की मानें तो भगवान विष्णु के इस मंत्र के बारे में ऐसा कहा जाता है की वैदिक ऋषि सर्वप्रथम इसी मंत्र का ज्ञान अपने साधकों को देते थे, जो भी उनके पास ज्ञान के लिए आते थे। परंपरागत रूप से ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र ने इन संतों को उनकी तपस्या के माध्यम से अपना महत्व और अर्थ प्रकट किया, जिसके बाद उन्होंने इसे साधकों के साथ आत्म-साक्षात्कार के साधन के रूप में साझा किया।

इस मंत्र को हमारे हिन्दू साहित्य में विशेष रूप से उपनिषदों और पुराणों में विशेष दर्जा दिया गया है। तारासर उपनिषद में इस मंत्र के हर घातक का विश्तृत विवरण दिया गया है, और इसका अर्थ बताया गया है। इस मंत्र में लिखित ओम एक दिव्य पवित्र शब्दांश है जो ब्रह्म की प्रकृति का प्रतिनिधित्व करता है। जो बताता है की परम वास्तविकता क्या है और हमें शाश्वत ज्ञान से जोड़ता है।

यह भी पढ़ें: सरस्वती वंदना करने का मंत्र। Saraswati Vandana in Hindi

नमो का सीधा सा अर्थ है नमन करना या श्रद्धांजलि देना। उसी तरह नारायणया एक शब्द है जिसका अनुवाद नारायण के लिए या उनके रूप के लिए किया जाता है। इसे साथ ही इसका एक विशेष अर्थ भी है, नारा का अर्थ “जल” होता है और अनाया का अर्थ है “निवास” या “आश्रय”। यह विशेष अर्थ भी हमें नारायण यानी भगवान विष्णु के संकेत देता है, जो स्वयं जल के बीच वैकुंठ में निवास करते हैं।

- Advertisement -