दिवाली या दीपावली एक बेहद ही धूम-धाम से मनाया जाने वाला त्यौहार है। पंचांग के अनुसार इसे हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष अमावस्या को मनाया जाता है। यह दिन माँ लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर महाराज की पूजा के दिन के रूप में जाना जाता है। दीवाली के दिन सभी ही पूर्ण जोश और श्रद्धा के साथ पूजा पाठ करते हैं।
ऐसी मान्यता है की माँ लक्ष्मी हमें धन प्रदान करती हैं और कुबेर महाराज हमारे उस धन को एक स्थायित्व देते हैं ताकि यह हमारे पास टिका रहे और गणेश भगवान हमें उस धन को सही तरीके से उपयोग में लाने के लिए बुद्धि और ज्ञान प्रदान करते हैं। अगर आप इन मंत्रों का जाप दीवाली के दिन करें तो आपको भी इन सभी भगवान की कृपा मिल सकती है।
दिवाली पूजा मंत्र । Diwali Puja Mantra in Hindi
दीवाली के दिन गणेश जी की पूजा इस मंत्र के साथ करें :
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
माँ लक्ष्मी की पूजा के लिए इस मंत्र का करें जाप :
ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
दीवाली के दिन कुबेर महाराज की कृपा पाने के लिए जपें यह मंत्र :
ऊं यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं में देहि दापय।।
दिवाली पूजा मंत्र का विवरण :
हमारे हिन्दू धर्म के सभी पौराणिक पुष्तकों में इस बात का जिक्र किया गया है की सबसे पहले भगवान गणेश की ही पूजा की जानी चाहिए, इसी वजह से उन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। दीवाली के दिन भी सबसे पहले गणेश भगवान की पूजा और उनके मंत्र का जाप करें। उसके बाद माँ लक्ष्मी के मंत्र का जाप करते हुए उनसे अपनी मनोकामनाएं बताएं।
उसके बाद भगवान कुबेर से भी धन की प्रार्थना करें और उनसे आपके धन को स्थायी रूप से आपके साथ बनाये रखने का अनुरोध करें। कुबेर महाराज को इस संसार में मौजूद सभी धन का कोषाध्यक्ष माना जाता है। अतः उनकी कृपा भी आप पर बनी रहे तभी आपका धन आपके पास लम्बे वक़्त तक टिका रहेगा।