गणेश जी के मंत्र हिंदी में । Ganesh ji ke mantra in Hindi
गणेश जी की कृपा जिस इंसान पर होती है उस इंसान के जीवन में सुख समृद्धि दिन प्रतिदिन बढ़ती है। शास्त्रों में गणेश भगवान को प्रसन्न करने के लिए कई सारे मंत्र बताए गए है। गणेश भगवान को विनायक, विघ्नेश्वर, गणपति और लंबोदर इत्यादि नामो से जाना जाता है। सनातन धर्म के अनुसार किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले भगवान गणेश जी की पूजा करने से वो काम सफल होता है।
बुधवार के दिन भगवान गणेश जी के मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में आने वाली सभी परेशानियाँ दूर होने के साथ साथ मनोकमना भी जल्द पूर्ण हो जाती है। चलिए अब हम आपको गणेश भगवान के कुछ मंत्रो के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है।
गणेश जी के मंत्र इन हिंदी
1 – श्री गणेश मंत्र ऊँ वक्रतुण्ड़ महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।
2 – ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।
3 – श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
4 – महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
5 – गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गणेश मंत्र जप विधि
बुधवार के दिन सुबह जल्दी उठ कर स्नान करके साफ कपड़ें पहन लें। पूजा स्थल पर साफ आसन बिछा कर बैठ जाएं। अपने सामने एक चौकी पर साफ कपड़ा बिछा कर कपड़ें के ऊपर भगवान गणेश की फोटो और मूर्ति को रख लें। भगवान के सामने दीपक और धूप बत्ती जला दें।
फिर भगवान गणेश का अभिषेक करके भगवान को पुष्प, फल और मिठाई अर्पित करें। भगवान गणेश की आरती और चालीसा का पाठ करें। पाठ समाप्त होने के बाद हाथ में रुद्राक्ष की माला लेकर ऊपर बताए गए मंत्र का जाप 108 बार करें।
जाप समाप्त होने के बाद दोनों हाथ जोड़ कर भगवान गणेश से अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना करें। रोजाना ऊपर बताए गए मंत्र का जाप करने से बहुत जल्द आप पर भगवान गणेश की कृपा बरसती है।