गणपति मंत्र | Ganpati mantra in Hindi
आज के आधुनिक युग में हरेक मनुष्य किसी न किसी परेशानी से जूझ रहा है। जीवन के हरेक कदम पर बाधा मिलना तो स्वाभाविक बात है। लेकिन हमें इससे मुक्ति का भी मार्ग जानना चाहिए, वह मार्ग है मंत्र का मार्ग। इस अध्यात्म के मार्ग को अपना कर हम अपने परेशानियों को दूर कर सकते है (Ganpati mantra in Hindi)।
गणपति मंत्र
वक्र तुंडाय हुम
हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा
गुं नम:
गणपति मंत्र का अर्थ:
घुमावदार सुड वाले प्रभु को आवाहन, विध्न को ख़त्म करें, बहुत-बहुत प्रणाम
इस मंत्र का जाप प्रति दिन सूर्योदय के बाद सुबह या सूर्यास्त के बाद शाम को करना होता है। इस मंत्र के जाप से पहले पूरी तरह शारीरिक शुद्धि जरूरी होता है। इस मंत्र का उच्चारण भगवान गणपति के सामने करने से ज्यादा लाभकारी होता है। इसे खाली स्थान पर बिना भगवान गणपति प्रतिमा के वगैर भी किया जा सकता है। इस मंत्र का उच्चारण कम से कम 11 बार करना होता है।
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लगातार पंद्रह दिन इस मंत्र का जाप करने के बाद से लाभ मिलना शुरू होता है। चाहे आपके किसी भी काम में बाधा आ रही हो या फिर धन-संकट की समस्या हो तो इस मंत्र के जाप से सारी परेशानियों धीरे-धीरे खत्म होती जायेगी। आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। आप संकट से जल्दी उबर पाएंगे।