हनुमान गायत्री मंत्र एक बेहद ही प्राचीन वैदिक मंत्र है, जिसे भगवान हनुमान जी को समर्पित किया गया है। इसे हनुमान गायत्री या हनुमान गायत्री मंत्रमा के नाम से भी जाना जाता है। यह मंत्र हनुमान जी की पूजा, स्तुति और ध्यान के लिए बेहद ही प्रभावशाली और लाभकारी मंत्र माना जाता है। इस मंत्र के जाप से साधक हनुमान जी के आशीर्वाद और कृपा का पात्र बनता है।
हनुमान गायत्री मंत्र के लाभ हिंदी में । Hanuman Gayatri Mantra benefits in Hindi
ॐ अंजनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमान प्रचोदयात्।।
हनुमान गायत्री मंत्र की विधि और लाभ :
इस मंत्र के माध्यम से मुख्य तौर पर हनुमान जी का परिचय बताते हुए उनसे आशीर्वाद प्राप्ति की कामना की जाती है। हनुमान गायत्री मंत्र का जाप आप प्रातःकाल या सायंकाल में कर सकते हैं। हालाँकि, इस मंत्र को संध्या काल में जाप करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इसके जाप हेतु एक शुद्ध और शांत स्थान पर अपना आसन लगाएं।
मंत्र के जाप से पूर्व हनुमान जी का स्मरण करते हुए उनसे आशीर्वाद पाने हेतु प्रार्थना करें। फिर आंखें बंद करें और ध्यान केंद्रित करके मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र के जाप के बाद पुनः हनुमान जी को नमन करते हुए उनसे आशीर्वाद मांगें। कहते हैं की हनुमान गायत्री मंत्र का जाप किसी भी व्यक्ति में शक्ति और साहस लाता है और उसके अभिमान और दुर्बलता को दूर कर उसे सामर्थ्यवान बनाता है।
ऐसी भी मान्यता है की हनुमान गायत्री मंत्र का जाप व्यक्ति को मानसिक शांति और ध्यान की प्राप्ति में मदद करता है। यह मंत्र व्यक्ति के भीतर भक्ति और श्रद्धा के भाव को बढ़ावा देता है जिससे आप स्वयं को ईश्वर के समीप पाते हैं। इस मंत्र का जाप साधक को अपने मन को एकाग्र करने में भी सहायक सिद्ध होता है, इसलिए विद्यार्थियों को इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।