ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हमारी कुंडली में मौजूद सभी ग्रहों की अपनी एक खास विशेषता होती है। केतु अगर आपकी कुंडली में बुरी दसा में आ जाये तो आप इस संसार से खुद को विरक्त यानी अलग-थलग महसूस करते हैं और आपका मन किसी भी निजी कार्य, रिश्ते से कोई लगाव नहीं रखता। हलाकि यही केतु अगर आपके कुंडली में अच्छी स्थिति में आ जाये तो यह आपको यश और प्रतिष्ठा दिलाता है।
केतु बीज मंत्र हिंदी में । Ketu Beej Mantra in Hindi
ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नमः
केतु बीज मंत्र का विवरण :
केतु के इस बीज मंत्र के जाप मात्र से आप इसे अपने कुंडली के अनुकूल कर सकते हैं। केतु के इस मंत्र का जाप आपको शनिवार या बुधवार के दिन से ही शुरू करना है। साथ ही इस मंत्र के जाप के लिए किसी आसान का प्रयोग करना अनिवार्य है और इसके जाप के लिए रुद्राक्ष की माला का ही उपयोग करें।
इस मंत्र के जाप से आपकी कुंडली में केतु की दसा मजबूत होती है और यह आपके लिए लाभकारी सिद्ध होता है। कहते हैं की यदि केतु का प्रभाव शुभ हो तो आप किसी भी क्षेत्र में संशोधन के मार्ग पर सफलता प्राप्त कर सकते हैं जैसे साइंटिस्ट वगैरह। कहा जाता है की यदि केतु का प्रभाव अच्छा हो तो आपके भीतर एक नए आत्मविश्वास का उद्भव होता है जो आपको सफल बनता है।