ज्योतिषों की माने तो हमारे भाग्य कुंडली में सौर मंडल में मौजूद सूर्य, बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, राहू और केतु का एक बड़ा भरी प्रभाव रहता है। ऐसा कहा जाता है की इन ग्रहों की दस और दिशा ही हमारे भविष्य का निर्धारण करती है। अगर हमारे ग्रहों की दसा ठीक हो तो हमारा हर कार्य सफल होता है और अगर ग्रहों की दसा बुरी चल रही हो तो जीवन में अमंगल कार्य होते हैं।
नवग्रह मंत्र हिंदी में । Navgrah Mantra in Hindi
ऊँ ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।।
नवग्रह मंत्र का विवरण :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ये नवग्रह ही हमारे सभी मनोकामनाएं को पूर्ण करने में एक अहम भूमिका निभाते हैं। ज्योतिषों का कहना है की जो भी इस मंत्र का विधिवत जाप कर लें उसके सभी नवग्रहों की दसा और दिशा सही हो जाती है और उसपर सभी नवग्रहों का आशीर्वाद होता है। उसके सभी कार्य मंगलमय और सफल होने लगते हैं।
इस मंत्र की सिद्धि के लिए आपको रोजाना 108 बार लगातार 40 दिनों तक इसका जाप करना होता है। जो भी इसे पूर्ण कर लेना है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने लगती हैं। इस मंत्र का जाप करने के लिए हर सुबह स्नान कर के एक आसान बिछाएं और उसके नीचे कुछ सिक्के रख कर उस आसान पर पालथी मार कर बैठ जाएं। उसके बाद सभी नवग्रहों का बारी-बारी से स्मरण करते हुए उनसे कृपा करने की प्रार्थना करें।