शांति पाठ के नाम से प्रसिद्ध इस मंत्र को ईश्वर से अपने चारों ओर इस चराचर जगत में शांति की मांग करने के लिए जपा जाता है। इस मंत्र के पाठ से हमारे आस-पास, घर-परिवार और हमारे मन के भीतर भी शांति का वास होता है। इस मंत्र के माध्यम से हम भगवान से अपने कुंडली में मौजूद ग्रह-नक्षत्रों की भी शांति की प्रार्थना करते हैं, जिससे हमारे जीवन सुखमय हो।
ॐ शांति मंत्र हिंदी में । Om Shanti Mantra in Hindi
ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षंशान्ति, पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।
वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्मशान्ति,सर्वँशान्ति:,
शान्तिरेवशान्ति, सा माशान्तिरेधि॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥
ॐ शांति मंत्र के जाप की विधि और इसके लाभ :
किसी भी मंत्र के जाप के लिए आपके तन और मन की शुद्धि जरूरी होती है, उसी तरह इस मंत्र के जाप से पूर्व खुद को स्वच्छ कर लें और अपने मन से भी सभी बुरे विचार जैसे किसी के प्रति द्वेष इत्यादि का परित्याग कर दें। इसके बाद एक साफ़ सुथरे आसान को ग्रहण करें, आप इसके लिए किसी भी तरह के कपड़े या बाजार में उपलब्ध आसान का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हालाँकि जिन व्यक्तियों को नीचे पाँव मोड़कर बैठने में किसी तरह की परेशानी हो वो इस मंत्र का जाप अपनी सुविधा अनुसार किसी कुर्सी या बिस्तर पर बैठकर भी कर सकते हैं। इसके बाद आपको अपने हाथों को प्रणाम की मुद्रा में रखकर आँखें बंद करके इस मंत्र का जाप पूरे मन से करें।
इस मंत्र का जाप करने से कई लाभ होते हैं। सर्वप्रथम इस मंत्र का जाप करने वाला खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से ऊर्जावान महसूस करता है और अपने कार्य क्षेत्रों में एकाग्रता और लगन के साथ काम करता है। साथ ही इस मंत्र के जाप से आपके घर परिवार और आसपास एक शांति का माहौल रहता है। यहाँ तक की इंसान का मन भी विचलित नहीं होता बल्कि पूर्ण शांत भाव से आपके नियंत्रण में रहता है।