हनुमान जी को हर इंसान किसी भी संकट की स्थिति में जरूर स्मरण करता है। कहते हैं इस कलियुग में भी वो एक ऐसे भगवान हैं जो इस पृथ्वी पर जीवित हैं। वैसे तो हनुमान जी के कई रूपों की पूजा की जाती है, लेकिन उनके पंचमुखी हनुमान स्वरूप को बेहद ही विशेष माना जाता है। उनकी पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के सभी संकट दूर हो जाते हैं और उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
पंचमुखी हनुमान मंत्र हिंदी में । Panchmukhi Hanuman Mantra in Hindi
ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
पंचमुखी हनुमान मंत्र का विवरण :
हनुमान जी ने प्रभु श्री राम के प्रति अपनी भक्ति से इस पूरे संसार में भक्ति की पराकाष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत किया था। उनके इस पंचमुखी रूप के पीछे भी एक बड़ी अच्छी कहानी है। कहा जाता है की रावण के भाई अहिरावण ने अपनी मायाजाल से पूरी सेना को मूर्छित कर प्रभु श्री राम और लक्ष्मण को बंदी बनाकर पाताल लोक में लेकर चला गया था। तब हनुमान जी ने इस पंचमुखी रूप में अवतरित होकर प्रभु श्री राम की मदद की थी।
जो भी व्यक्ति हनुमान जी के इस पंचमुखी रूप की आराधना करना चाहता है उसे इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंगलवार या शनिवार को इस मंत्र का जाप करना सबसे उचित माना जाता है, हालाँकि आप चाहें तो इसे प्रतिदिन जप सकते हैं। इस पूजा के लिए खुद को स्वच्छ कर लें और फिर हनुमान जी के पंचमुखी रूप की एक तस्वीर या प्रतिमा को एक लाल कपड़े पर रख कर स्थापित करें, और उसके बाद इस मंत्र का जाप करें।