रोग नाशक के नाम से चर्चित यह मंत्र भगवान शिव के विश्वेश्वर रूप को नमन करने का एक जरिया है। भगवान शिव का विश्वेश्वर स्वरूप इस संसार की सभी बीमारियां और व्याधि से मुक्ति देने वाले के रूप में देखा जाता है। इस श्लोक को शिव महिमा स्तोत्र से लिया गया है जिसके जाप से कई प्रकार के रोग व्याधि ठीक हो जाते हैं।
रोग नाशक मंत्र हिंदी में । Rogan Sheshan Mantra in Hindi
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान्।
सर्वान्पार्थिवशैलान्तानि सञ्छन्नोऽसि विश्वेश्वरि।।
रोग नाशक मंत्र का विवरण :
यह श्लोक भगवान शिव के अपने भक्तों के प्रति प्रेम, उनकी महिमा और उनके रक्षा करने के स्वरूप को दिखाता है। इस मंत्र के माध्यम से हम उनके विश्वेश्वर रूप को नमन करते हैं और उनसे अपने सभी दुःख, कष्ट, रोग, व्याधि को दूर करने की प्रार्थना करते हैं। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति के रोगों का नाश होता है और रोगी शीघ्र स्वस्थ हो जाता है।
भगवान शिव को समर्पित यह मंत्र व्यक्ति को भीतर से संबल बनाता है और एक शक्ति प्रदान करता है। इस मंत्र के नियमित जाप से आपका भय, चिंता और तनाव कम होता है और एक मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही इस मंत्र का जाप सभी नकारात्मकता को दूर करता है और आपके भीतर एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।