शान्ताकारं भुजगशयनं मंत्र हिंदी में । Shantakaram bhujagashayanam mantra in Hindi
भगवान विष्णु को हिन्दू धर्म के प्रमुख भगवानो में से एक माना जाता है। भगवान विष्णु को नारायण और हरि के नाम से भी पुकारा जाता है। आसान भाषा में भगवान विष्णु को धरती पर धर्म को स्थापित करने वाले भगवान के रूप में जाना जाता है। जब धरती पर अधर्म बढ़ जाता है तब भगवान विष्णु धरती पर अवतार लेकर धर्म को स्थापित करते है।
भगवान विष्णु की उपासना सच्चे मन और पूर्ण श्रद्धा के साथ करने से जीवन में आने वाली सभी परेशानियाँ बहुत जल्द दूर हो जाती है। चलिए अब हम आपको भगवान विष्णु के पसंदीदा मंत्र के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। नीचे बताए गए मंत्र का जाप करने से बहुत जल्द भगवान विष्णु की कृपा आप पर बरसती है।
शान्ताकारं भुजगशयनं मंत्र इन हिंदी
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम् ।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् ॥
शान्ताकारं भुजगशयनं मंत्र जप विधि
इस मंत्र का जाप करने के लिए सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर फ्रैश होने के बाद स्नान कर लें। स्नान करने के बाद साफ कपड़ें पहन लें। उसके बाद पूजा स्थल में पूर्व दिशा की तरफ साफ आसन बिछाकर बैठ जाएं। फिर अपने सामने भगवान विष्णु की फोटो या मूर्ति को रख लें। भगवान विष्णु के सामने दीपक और धूप बत्ती जलाने के बाद भगवान का चंदन से तिलक करें।
उसके बाद भगवान को फूल, फल और मिठाई अर्पित करें। भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करें। उसके बाद हाथ में रुद्राक्ष की माला लेकर ऊपर बताए गए मंत्र का जाप 108 बार करें। जाप पूर्ण होने के बाद दोनों हाथ जोड़कर भगवान विष्णु से जीवन में आ रही सभी बाधाओं को दूर करने के साथ साथ जीवन को सुखमय बनाने की कामना करें।