श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र | Shree Shivay Namastubhyam Mantra in Hindi

मनुष्य इस धरती का सबसे जानदार और शानदार जीव है। मनुष्य औसतन इस धरती पर सत्तर साल जीता है। मनुष्य का जीवन अनमोल है। मनुष्य अपने जीवन काल में तरह-तरह की परेशानियों से गुजरता है जिसके वजह से वह अवसाद में चला जाता है और उसकी सारी खुशियाँ छीन जाती है। इसलिए मनुष्य को अवसाद से छुटकारा पाने के लिए श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र (Shree Shivay Namastubhyam Mantra in Hindi) का जाप करना होता है।

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र | Shree Shivay Namastubhyam Mantra in Hindi

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्रमात्रं जपेन्नरः
दुःस्वप्नं न भवेत्तत्र सुस्वप्नमुपजायते
ॐ नमः शिवाय

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श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का अर्थ: हे शिव आप आडंबर नहीं है। हे शिव आप मृतकों की राख पहनते हैं क्योंकि व्यक्ति को मृत्यु के बाद लोगों द्वारा राम का नाम दिया जाता है, जिस शरीर पर राम नाम का राख़ लगता है, वह शरीर राम का हो जाता है। हे शिव आपको हमारा प्रणाम है।

इस मंत्र का जाप करने से पहले स्नान करना होता है। इस मंत्र का जाप प्रातः काल में सूर्योदय के वक्त आसन पर बैठ कर करना होता हैं। इस मंत्र का जाप करते समय शिव का फोटो अपने सामने रखना होता है। इस मंत्र का जाप करते समय पद्मासन की मुद्रा में रहना होता है। इस मंत्र का जाप सप्ताह में मात्र एक दिन सोमवार के दिन करना होता है। इस मंत्र का जाप कम से कम सात बार करना होता है।

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इस मंत्र के जाप से द्वेष या क्रोध ख़त्म हो जाते है। इस मंत्र के प्रभाव से व्यक्ति को सुख शांति धन समृद्धि का लाभ होता है। इस मंत्र के जाप से मनुष्य का अवसाद ख़त्म हो जाता है और मन प्रफुल्लित हो जाता है। इस मंत्र के प्रभाव से मनुष्य को कार्य में सफलता हासिल होती है। यह मंत्र पुराने रोगों से मुक्ति दिलाता है। इस मंत्र से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलती है।

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