शुक्र की स्थिति को प्रभावित करने वाला शुक्र गायत्री मंत्र, एक बेहद ही शक्तिशाली और सिद्ध मंत्र है। यह एक बेहद ही प्राचीन वेद मंत्र है जिसका जाप शुक्र देव की उपासना के लिए किया जाता है। शुक्र देव को वेद-विद्या, धन, सुंदरता, ऐश्वर्य, सुख, समृद्धि और विवाह के देवता के रूप में माना जाता है। उनके इस मंत्र का जाप आपके जीवन में मधुरता, सुख और शांति लाती है।
शुक्र गायत्री मंत्र हिंदी में । Shukra Gayatri mantra in Hindi
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि। तन्नो शुक्रः प्रचोदयात्॥
शुक्र गायत्री मंत्र का विवरण :
इस मंत्र के माध्यम से शुक्र देव की आराधना की जाती है और उनका गुणगान किया जाता है। इस मंत्र में उन्हें महादेव अर्थात भगवान शिव का ही एक स्वरूप के तौर पर बताया गया है और उनको नमन करते हुए उनसे संचित धन, समृद्धि, सुख, वैभव और विवाह सम्बन्धी लाभ प्रदान करना का आग्रह किया गया है। इस मंत्र का जाप करने हेतु शुक्रवार का दिन शुभ माना जाता है।
इस मंत्र का जाप आपको पूरे ध्यान और सच्ची श्रद्धा के साथ करना होता है। इसके जाप से आपको अगर विवाह सम्बन्धी किसी बाधा का सामना करना पड़ रहा हो तो वह सभी दूर हो जाती है। इस मंत्र के प्रभाव से आपके जीवन में धन, समृद्धि, ऐश्वर्य और सुंदरता की सदा ही वृद्धि होती है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र दोष हो तो वह भी इस मंत्र के जाप से दूर किया जा सकता है। इस मंत्र का जाप व्यक्ति के जीवन में आनंद, सुख, और शांति लाता है।