हमारे धर्म के हिसाब से सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी न किसी देवता को समर्पित है। इसी तर्ज पर ऐसा कहा जाता है की रविवार का दिन सूर्य देव के लिए विशेष होता है और इस दिन जो भी उनकी पूजा करता है उनपर वह विशेष कृपा करते हैं। सूर्य देव का यह वैदिक मंत्र बड़ा ही शक्तिशाली मंत्र है जिसके जाप से आपको अपने जीवन में मान-सम्मान, प्रसिद्धि और सफलता प्राप्त होगी।
सूर्य वैदिक मंत्र हिंदी में । Surya Vedic Mantra in Hindi
ऊँ आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यण्च ।
हिरण्य़येन सविता रथेन देवो याति भुवनानि पश्यन ।।
सूर्य वैदिक मंत्र का विवरण :
ऐसा कहा जाता है की जो भी सूर्य देव के इस वैदिक मंत्र का जाप करता है उसके अभी बिगड़े हुए काम बन जाते हैं और जो व्यक्ति किसी नए कार्य या परियोजना की शुरुआत कर रहा है उसे सुमन सफलता प्राप्त होती है। इसके साथ ही इस मंत्र का जाप आपके भीतर एक नई ऊर्जा का संचार करता है जिससे आपका मन प्रफुल्लित रहता है और आप पूरी एकाग्रता से अपने लक्ष्य की और बढ़ पाते हैं।
सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करने के लिए सबसे उपयुक्त समय सुबह का ही होता है। इस मंत्र के जाप के लिए आपको सुबह सूर्योदय से पूर्व उठ जाना चाहिए और स्नान इत्यादि करने के बाद उगते हुए सूरज को जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद आपको इस मंत्र का जाप 108 बार करना है। कहते हैं आप बस इस मंत्र का जाप विधिपूर्वक रोजाना या प्रत्येक रविवार को करें तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी।