अच्युतं केशवं हमारी हिन्दू संस्कृति का एक बेहद ही प्रसिद्ध मंत्र है, जिसका जाप भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले श्री कृष्ण की भक्ति के लिए किया जाता है। यह एक बेहद ही प्रभावशाली मंत्र है जिसका जाप आपके भीतर भक्ति का भाव लाता है और आध्यात्मिक ज्ञान की ओर आपकी रुचि बढ़ता है। इसकी मदद से आप श्री कृष्ण को प्रसन्न कर उनकी कृपा पा सकते हैं।
अच्युतं केशवं मंत्र के लाभ हिंदी में । Achyutam Keshavam Mantra in Hindi
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ॥
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं
जानकीनायकं रामचंद्रं भजे ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
अच्युतं केशवं सत्यभामाधवं
माधवं श्रीधरं राधिकाराधितम् ।
इन्दिरामन्दिरं चेतसा सुन्दरं
देवकीनन्दनं नन्दजं सन्दधे ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
विष्णवे जिष्णवे शाङ्खिने चक्रिणे
रुक्मिणिरागिणे जानकी जानये ।
बल्लवीवल्लभायार्चितायात्मने
कंसविध्वंसिने वंशिने ते नमः ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
कृष्ण गोविन्द हे राम नारायण
श्रीपते वासुदेवाजित श्रीनिधे ।
अच्युतानन्त हे माधवाधोक्षज
द्वारकानायक द्रौपदीरक्षक ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
राक्षसक्षोभितः सीतया शोभितो
दण्डकारण्यभूपुण्यताकारणः ।
लक्ष्मणेनान्वितो वानरौः सेवितो
अगस्तसम्पूजितो राघव पातु माम् ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
धेनुकारिष्टकानिष्टकृद्द्वेषिहा
केशिहा कंसहृद्वंशिकावादकः ।
पूतनाकोपकःसूरजाखेलनो
बालगोपालकः पातु मां सर्वदा ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
विद्युदुद्योतवत्प्रस्फुरद्वाससं
प्रावृडम्भोदवत्प्रोल्लसद्विग्रहम् ।
वन्यया मालया शोभितोरःस्थलं
लोहिताङ्घ्रिद्वयं वारिजाक्षं भजे ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
कुञ्चितैः कुन्तलैर्भ्राजमानाननं
रत्नमौलिं लसत्कुण्डलं गण्डयोः ।
हारकेयूरकं कङ्कणप्रोज्ज्वलं
किङ्किणीमञ्जुलं श्यामलं तं भजे ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
अच्युतस्याष्टकं यः पठेदिष्टदं
प्रेमतः प्रत्यहं पूरुषः सस्पृहम् ।
वृत्ततः सुन्दरं कर्तृविश्वम्भरस्तस्य
वश्यो हरिर्जायते सत्वरम् ॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् ।
अच्युतं केशवं मंत्र का विवरण :
इस मंत्र का पाठ आपको अपने पूजा घर में भगवान विष्णु या श्री कृष्ण की पूजा के बाद करनी चाहिए। इस मंत्र के जाप के लिए आपके भीतर भक्ति भाव और श्रद्धा होनी चाहिए। साथ ही इस मंत्र का जाप करने से पूर्व अपने मन को शांत करें और शुद्ध विचार ही मन में रखें, भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद आपको निश्चित तौर पर प्राप्त होगा।
मन जाता है की इस अच्युतं केशवं मंत्र का पाठ व्यक्ति के मन में शांति का भाव लाता है और आध्यात्मिक रूप से उन्नति दिलाता है। श्री कृष्ण के इस मंत्र का जाप व्यक्ति को मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है और उसे भगवान के सानिध्य में संतुष्टि की अनुभूति होती है। कहते हैं की जो भी इस मंत्र का पाठ प्रतिदिन करता है उसे जीवन में सुख, शांति, शुभ समय, और आर्थिक रूप से समृद्धि की प्राप्ति होती है।