हमारे हिन्दू धर्म के पूजा पाठ में धनतेरस को भी एक खास पूजा माना जाता है। इस दिन माँ लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि देव की पूजा की जाती है। इसी दिन से दीपावली की शुरुआत मानी जाती है और अगर आपको धन प्राप्ति और अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करना है तो इस धनतेरस की पूजा को बेहद ही शुभ माना जाता है।
धनतेरस मंत्र । Dhanteras Mantra in Hindi
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृह स्थिरो ह्रीं ॐ नमः।।
धनतेरस मंत्र का विवरण :
ऐसी मान्यता है की धनतेरस की दिन से आप पूजा का आरम्भ करके अपने जीवन में धन, समृद्धि एवं उत्तरोत्तर उन्नति की प्राप्ति कर सकते हैं। हमारे शास्त्रों में इस पूजा के लिए खास विधि विधान बताये गए हैं। इस धनतेरस की पूजा के लिए सबसे पहले आपको दक्षिणावर्ती शंख, केसर, गंगाजल का पात्र, धूप अगरबत्ती, दीपक और लाल वस्त्र ले लेने हैं, इन सभी का इस पूजा में खास उपयोग है।
इसके बाद नहा धो कर खुद को अच्छे से स्वच्छ कर लें। फिर एक माँ लक्ष्मी की प्रतिमा ले लें और इसे अपने पूजा घर में स्थापित कर लें। उसके बाद माँ लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने लाल रंग का वस्त्र बिछाएं और उसपर दक्षिणावर्ती शंख रख कर उसपर केसर से स्वास्तिक बना लें और इसे कुमकुम से तिलक करें। अब स्फटिक की माला के साथ इस मंत्र का जाप शुरू करें और माला के सात फेरे तक इस मंत्र का जाप करें।
इस पूजा विधि को लगातार तीन दिन तक करना चाहिए, इससे आपके मंत्र साधना को सिद्धि प्राप्ति होती है। जब मंत्र पूजा समाप्त हो जाए तो दक्षिणावर्ती शंख को उसी लाल कपड़े में अच्छे से बाँध कर अपने पूजा घर में रख दें। ऐसा कहा जाता है की जब तक यह शंख आपके घर में मौजूद है आपके घर पर माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहेगी।