गायत्री महा मंत्र जिसका वर्णन हिन्दू धर्म के पौराणिक वेदों में भी किया गया है, को सबसे प्रभावशाली मंत्रों में से एक माना जाता है। नियमित रूप से और पूरे ध्यान से इस गायत्री महा मंत्र का जाप करने से साधक के जीवन में उज्ज्वलता और समृद्धि की प्राप्ति होती है। माना जाता है की इस मंत्र का जाप आपकी अंतरात्मा को प्रकाशित करता है और इस संसार में आप सूर्य के भांति तेज की प्राप्ति करते हैं।
गायत्री महा मंत्र हिंदी में । Gayatri Maha mantra in Hindi
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात्।।
गायत्री महा मंत्र का विवरण :
वैसे तो इस गायत्री महा मंत्र के जाप हेतु सुबह, दोपहर, संध्या तीनों ही प्रहार को उत्तम माना गया है। हालाँकि, माना जाता है की गायत्री मंत्र का जप सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच के समय सबसे अधिक फलदायी होता है। इस मंत्र का जाप करने हेतु ध्यान केंद्रित करके गायत्री मंत्र का 108 बार जप करें या अगर उतना अधिक बार आपसे जाप नहीं होता तो फिर इसे 3, 9, 27 या 54 बार जप कर सकते हैं।
हमारे वेदों में वर्णित है की गायत्री महा मंत्र बेहद ही लाभकारी है। गायत्री मंत्र का जाप व्यक्ति की मानसिक शक्ति को विकसित करता है और उसके ध्यान क्षमता को बढ़ाता है, जो विद्यार्थियों के लिए बेहद लाभकारी है। इस मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा को बल मिलता है और आपके मन से भय दूर होता है। इस मंत्र के जप से स्वास्थ्य और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।