गुरु यानी बृहस्पति ग्रह को हमारी कुंडली का एक महत्वपूर्ण कारक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है की अगर किसी की कुंडली में बृहस्पति बलवान स्थिति में हो तो उसे ज्ञान और अध्यात्म की पराकाष्ठा प्राप्त होती है और उसका मान, यश बढ़ता है। सभी देवताओं के साथ-साथ त्रिदेव यानि ब्रह्मा, विष्णु और महेश के भी गुरु बृहस्पति ग्रह को ही कहा जाता है।
गुरु बीज मंत्र हिंदी में । Guru Beej Mantra in Hindi
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे: नमः।
ॐ ब्रं बृहस्पति नमः।।
गुरु बीज मंत्र का विवरण :
ऐसी मान्यता है की यदि किसी की कुंडली में बृहस्पति ग्रह बलवान हो जाए तो उसकी सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है। उस व्यक्ति को ज्ञान और अध्यात्म का आशीर्वाद प्राप्त होता है और इस संसार में वह अपने नाम को उज्जवल करता है। इस मंत्र के जाप मात्र से आपके घर परिवार में शांति बनी रहती है और विवाह, व्यापार इत्यादि में आ रही सभी अड़चनों का निवारण हो जाता है।
गुरु बीज मंत्र को जाप करने का तरीका
इस मंत्र का जाप आपको किसी भी गुरुवार से शुरू करना होता है, इसके जाप को सुबह के समय करना उचित रहता है। सबसे पहले दिन मंत्र का जाप शुरू करने से पहले गणेश भगवान की पूजा, गुरु पूजा, और अपने घर के कुलदेव की पूजा कर लें। पूजा में घी का दीपक जलाएं तथा धुप और पिले रंग का फूल चढ़ाएं।
इसके बाद पिले रंग के वस्त्र धारण कर मंत्र जाप का आसान ग्रहण करें। इस मंत्र का जाप के लिए आप तुलसी की माला या रुद्राक्ष की माला का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन जाप शुरू करने से पूर्व माले पर हल्दी जरूर लगाएं।