धन्वंतरि भगवान को समर्पित यह मंत्र बेहद ही प्रभावशाली माना जाता है। हिन्दू धर्म के वेदों और पुराणों में इस मंत्र का वर्णन बखूबी किया गया है और इसके लाभ बताये गए हैं। धन्वंतरि भगवान जिन्हें हिन्दू धर्म में चिकित्सा और आयुर्वेद के पिता के रूप में जाना जाता है, भगवान विष्णु का एक स्वरूप मानें जाते हैं। उनके इस मंत्र का जाप आपके सभी रोगों का निवारण करता है और आपके स्वास्थ्य में सुधार लाता है।
भगवान धन्वंतरि मंत्र का अर्थ हिंदी में । Lord Dhanvantari Mantra meaning in Hindi
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय सर्वामयविनाशाय सर्वरोगनिवारिणे व्याधिनिवारणाय मृत्युञ्जयाय सर्वाब्याधिविनाशाय सर्वामङ्गलाय प्राप्नोतु मां व्याघ्ररूपेण मृत्योर्मृत्युंजयाय नमः॥
भगवान धन्वंतरि मंत्र का विवरण :
धन्वंतरि जी को समर्पित इस मंत्र का अर्थ बड़ा ही सरल सा है, इसके माध्यम से कहा गया है की, “हे धन्वंतरि भगवान, हे अमृत कलश धारण करने वाले, सभी रोगों को नष्ट करने वाले, सभी व्याधियों को दूर करने वाले, मृत्यु के समय मृत्यु को नष्ट करने वाले, सभी अभिशाप को नष्ट करने वाले, सभी मांगलिक कार्यों को सिद्ध करने वाले, मुझे अपनी शरण में लें और सभी रोग व्याधि से मुझे दूर करें”।
धन्वंतरि भगवान के इस मंत्र का जाप आप सुबह या शाम कभी भी कर सकते हैं, परन्तु इसका प्रतिदिन नियमित रूप से जप करना आवश्यक है। जो भी व्यक्ति सफलतापूर्वक इस मंत्र को सिद्ध कर लेता है उसे धन्वंतरि भगवान की कृपा प्राप्त होती है और उस व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आता है। धन्वंतरि मंत्र का नियमित जाप किसी के भी स्वास्थ्य सुधारने, रोग निवारण में मदद कर सकता है।