ये हरेक व्यक्ति की इच्छा होती है कि वो शारीरिक रूप से बलवान हो। प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि वो जिस समाज में रह रहा है उसमें उसका वर्चस्व हासिल हो। प्रत्येक व्यक्ति साहसी और वीर बनना चाहता है। हरेक इंसान कि ये इच्छा होती है कि उसके पास असीमित ऊर्जा हो। मनुष्य को इन सब इच्छाओं की पूर्ति के लिए चमत्कारी मंगल मंत्र का जाप (Mangal Mantra Lyrics in Hindi) करना होता है।
मंगल मंत्र | Mangal Mantra Lyrics in Hindi
ॐ क्रां क्रों क्रौं स:
भौमाय नम:
ऊँ अं अंगारकाय नमः
मंगल मंत्र का अर्थ: हे मंगल देवता आपका दूसरा नाम भूमा पुत्र है। हे भगवान मंगल देवता हम आपको प्रणाम करते है। हे मंगल देवता आप असहाय पर कृपा करने वाले है, हम पर भी कृपा करे। हे अंगार की तरह काया वाले प्रभु हम आपको प्रणाम करते है। हे मंगल देवता आप अपनी दृष्टि हम पर बनाए रखे।
मंगल देव के मंत्र का जाप करने से पहले स्नान करके शारीरिक रूप से स्वच्छ हो जाना होता है। इस मंत्र का जाप करने के समय साफ़ वस्त्र पहनना होता है। इस मंत्र का जाप करने के लिए पद्मासन की मुद्रा में बैठना होता है। इस मंत्र का जाप करते समय हाथ में रुद्राक्ष का माला रखना होता है। मंगल मंत्र का जाप सुबह के समय करना होता है।
इस मंगल मंत्र का जाप मंगल देव के प्रतिमा के सामने करना होता है। इस मंत्र का जाप एक सौ आठ बार करना होता है। मंगल देव के इस मंत्र के जाप के प्रभाव से मनुष्य शारीरिक रूप से बलवान बनता है, शारीरिक रूप से बलवान बनने के साथ ही मनुष्य को समाज में वर्चस्व स्थापित होता है। इस मंत्र के प्रभाव से मनुष्य साहसी बनता है। भगवान मंगल देव के मंत्र से व्यक्ति के अंदर वीरता आती है। इस मंत्र के प्रभाव से मनुष्य को असीमित ऊर्जा की प्राप्ति होती है।