मेरी विनती यही है राधा रानी । Meri vinti yahi hai Radha Rani

मेरी विनती यही है राधा रानी । Meri vinti yahi hai Radha Rani

राधा और कृष्ण भगवान के प्रेम के बारे में सभी अच्छी तरह से जानते ही है। ऐसा माना जाता है की राधा रानी की उपासना करने से राधा रानी कृपा प्राप्त होने के साथ साथ भगवान कृष्ण की कृपा भी बरसती है। हालाँकि राधा रानी की उपासना के बारे में काफी कम इंसान जानते है।

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राधा अष्टमी के दिन सच्चे मन और पूर्ण श्रद्धा के साथ राधा रानी की पूजा करने से इंसान के जीवन में आने वाले कष्ट दूर हो जाते है, सुख सौभाग्य में वृद्धि होती है और वैवाहिक जीवन में आने वाली परेशानियाँ भी दूर होती है। चलिए अब हम आपको मेरी विनती यही है राधा रानी के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। नीचे बताई जा रही विनती को रोजाना पढ़ने से बहुत जल्द राधा रानी की कृपा प्राप्त होती है।

मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा बरसाए रखना ।
हे! महा रानी कृपा बरसाए रखना, हे! राधा रानी कृपा बरसाए रखना ।।

मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से लिपटाये रखना,
कृपा बरसाए रखना ।।

हे! महा रानी कृपा बरसाए रखना,
हे! राधा रानी कृपा बरसाए रखना ।।

छोड़ दुनिया के झूठे नाते सारे, किशोरी तेरे दर पे आ गया,
मैंने तुमको पुकारा बृजरानी, की जग से बचाये रखना,
कृपा बरसाए रखना ।।

हे! महा रानी कृपा बरसाए रखना,
हे! राधा रानी कृपा बरसाए रखना ।।

श्री राधा श्री राधा श्री राधा,
श्री राधा श्री राधा श्री राधा ।।

इन स्वासो की माला पे में, सदा ही तेरा नाम सिमरूँ,
लागी लगन श्री राधा नाम वाली,
लगन ये लगाये रखना,
कृपा बरसाए रखना ।।

हे! महा रानी कृपा बरसाए रखना,
हे! राधा रानी कृपा बरसाए रखना ।।

श्री राधा श्री राधा श्री राधा,
श्री राधा श्री राधा श्री राधा,
श्री राधा श्री राधा श्री राधा ।।

तेरे नाम के रंग में रंग के,
मैं डोलूँ बृज गलियन में,
कहें चित्र विचित्र श्यामा प्यारी,
वृंदावन बसाये रखना,
कृपा बरसाए रखना ।।

हे! महा रानी कृपा बरसाए रखना,
हे! राधा रानी कृपा बरसाए रखना ।।

राधा रानी से विनती करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठ कर स्नान करके स्वच्छ कपड़ें पहन लें। उसके बाद पूजा घर में साफ आसन बिछा कर बैठ जाएं। फिर अपने सामने चौकी पर साफ कपडा बिछाकर कपड़ें के ऊपर राधा रानी और कृष्ण भगवान की फोटो या मूर्ति रख लें। मूर्ति के सामने दीपक और धूप बत्ती जला दें। राधा रानी और कृष्ण भगवान का अभिषेक करने के बाद फूल, फल और मिठाई अर्पित करें।

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उसके बाद राधा रानी की आरती और चालीसा का पाठ करें। पाठ समाप्त होने के बाद ऊपर बताई गई विनती को पढ़ें। विनती समाप्त होने के बाद दोनों हाथ जोड़कर राधा रानी और कृष्ण भगवान से अपने जीवन में आ रही परेशानियों को दूर करने की कामना करें। रोजाना राधा रानी की उपासना करने से जल्द आपका जीवन सुखमय बनता है।

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