क्या आपको पता है अगर हम इस भगवान की यह पूजा तो हमारे घर में धन का प्रवाह होने लगेगा? इस तरह से की गयी पूजा से आपको अमीर बनते देर नहीं लगेगी।

हमारे हिन्दू शास्त्र में बहुत सारे देवी-देवता हैं और सभी की पूजा अलग-अलग तरीके से की जाती है और उनसे अलग-अलग कृपा भी मिलती है। इस प्रकार, महालक्ष्मी की पूजा धन में वृद्धि, परिवार में समृद्धि बनाए रखने और अखंड धन जमा करने के लिए की जाती है। उनके साथ ही अगर आप इस एक देवता की भी पूजा करते हैं तो आपके भाग्य में धन का योग बनेगा। उनकी उपासना किस तरह की जाए और इसके क्या फायदे हैं आज हम इस आध्यात्मिक पोस्ट के जरिये जानेंगे।

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हमारे ग्रंथों में उल्लेख है की भैरव देव के कई रूप हैं और उनके कुछ ही रूप की पूजा की जाती है। भक्तों में ऐसी मान्यता है कि विशेषकर काल भैरव की पूजा करने से आपकी तरफ आने वाले सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। दुष्टों का नाश करने, शत्रुओं से छुटकारा पाने और परिवार में शांति लाने के लिए उनकी पूजा की जाती है। मानसिक भय से मुक्ति और कर्ज से मुक्ति के लिए भी भैरव की पूजा की जाती है।

इसी तरह स्वर्णाकर्षण भैरव धन के दाता हैं। उनकी पूजा से धन प्राप्ति के योग बनते हैं। अब बात आती है की उनकी पूजा किस प्रकार से की जाए? जहाँ काल भैरव में समय के चक्र को बदलने की क्षमता है उसी प्रकार स्वर्णाकर्षण भैरव में घर में सोने को कई गुणा बढ़ाने की शक्ति है। अगर आप स्वर्णाकर्षण भैरव देव की तस्वीर अपने घर में लगाते हैं तो आपको बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे।

उनकी पूजा के लिए शुक्ल पक्ष अष्टमी की तिथि बहुत ही विशेष होती है। इसी तिथि पर लोग काल भैरव की भी पूजा करते हैं। आपको इस पूजा के लिए लाल वस्त्र धारण करना चाहिए और फिर लाल पुष्प छिड़ककर घी का दीपक जलाना चाहिए। इस दीपक को कद्दू से बनायें। एक छोटा कद्दू लें और उसके अंदर के सारे बीज निकाल दें और उसे दीये की तरह बदल दें। फिर इसमें घी और बत्ती डालकर दीये को जलाएं और पूजा करें।

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ऐसा माना जाता है कि जो लोग शुक्ल पक्ष अष्टमी पर स्वर्णाकर्षण भैरव को कद्दू का दीप जलाते हैं, उनके पास असीमित धन और गरीबी से मुक्त जीवन होता है। अगर आपको विश्वास हो तो यह पूजा कर के जरूर देखें।

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