हमारे पुराने समय से ही चली आ रही है परंपराओं में से एक है घर में सुबह और शाम को दीपक जलाना। कहा जाता है की इस तरह दीपक जलाने से घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है और उनकी कृपा हमपर बरसती है। शास्त्र के अनुसार अगर हम शाम के दीपक के जलाने के बाद ये सारे कार्य करते हैं तो धन हमसे दूर होने लगता है और माँ लक्ष्मी की कृपा हमपर नहीं बनी रहती। इस आध्यात्मिक पोस्ट के जरिये आप इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
घर में दीया जलाने के बाद क्या न करें :
अकसर सभी लोग अपने घर में दिया जला कर पूजा करते हैं। कुछ लोग इसे सुबह ब्रह्म मुहूरत में करते हैं तो कुछ लोग शाम के वक़्त, और कुछ लोग दोनों समय पर पूजा करते हैं। इससे कोई अंतर नहीं पड़ता की आप कब यह पूजा कर रह हैं लेकिन स्नान करने के बाद दीपक जलाना ही सबसे अच्छा होता है। जो लोग ब्रह्म मुहूरत या शाम के समय स्नान नहीं कर सकते वे हाथ-पैर धोकर ही यह दिया जला सकते हैं। लेकिन दीपक जलते समय स्नान न करें। दिया जब बुझ जाए उसके बाद ही स्नान करें।
इसी तरह दीपक जलाने से पहले ही स्त्री को माथे पर सिंदूर लगाना चाहिए और साथ ही पुष्प सर में लगाने के बाद दीपक जलाना चाहिए। इसी तरह नंगे माथे या सिर के साथ दीपक न जलाएं। कोई चुनरी या कपड़े से अपना सर ढकने के बाद ही दिए को जलाएं। इसी तरह हम सबसे आम गलती करते हैं कि दीया जलाने के बाद घर के दरवाजे को बंद कर देते हैं, ऐसा ना करें। इसके साथ ही कुछ लोग दिए को जलाने के तुरंत बाद ही घर में झाड़ू लगाने लगते हैं और कूड़ा करकट को उठाकर बाहर फेंक देते हैं। इसे तुरंत बाहर फेंकना घर से धन को बाहर फेंकने जैसा है।
इसी तरह घर में दीपक जलाकर तुरंत मंदिर नहीं जाना चाहिए, दिये को ठंडा करने के बाद ही आपको मंदिर जाना चाहिए। कुछ लोग घर में दीपक जलाकर तुरंत मंदिर चले जाते हैं या फिर दीपक जलाने के तुरंत बाद घर को बंद करके ताला लगाकर बाहर चले जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि ऐसा होने पर मां महालक्ष्मी हमारे घर से चली जाएंगी।
आज के दौर में जहाँ हम कई परेशानियों से रोज ही लड़ते रहते हैं, ये छोटी-छोटी बातें जो हमारे पूर्वज मानते थे, बहुत बड़ा फर्क दाल सकते हैं। तो आप भी इन बातों का ध्यान रखें और खोती जा रही अपनी संस्कृति की मान्यताओं को अपनी जीवन शैली में शामिल करें।