पुष्पांजलि का अर्थ बेहद ही सिद्ध और सरल सा है, भगवान को पुष्प यानी फूल अर्पित करना। ऐसा कहा जाता है की आप चाहें कोई भी धार्मिक अनुष्ठान जैसे हवन, विवाह, गृह प्रवेश या कोई भी पूजा करें, सभी में ही देवी-देवताओं को पुष्प अर्पित किया जाता है और इसके बिना आपके अनुष्ठान को सिद्धि नहीं मिलती।
इस पुष्पांजलि मंत्र के बाद ही आपकी पूजा को पूर्ण माना जाता है। हमारे हिन्दू धर्म के अनुसार इस पुष्प अर्पित करने की विधि के लिए चार प्रमुख मंत्र निर्धारित किए गए हैं, जिनका जाप क्रमशः इस प्रक्रिया के दौरान किया जाता है।
पुष्पांजलि मंत्र । Pushpanjali Mantra in Hindi
प्रथम:
ॐ यज्ञेन यज्ञमयजन्त देवास्तनि धर्माणि प्रथमान्यासन् ।
ते ह नाकं महिमान: सचंत यत्र पूर्वे साध्या: संति देवा: ॥
द्वितीय:
ॐ राजाधिराजाय प्रसह्य साहिने।
नमो वयं वैश्रवणाय कुर्महे।
स मस कामान् काम कामाय मह्यं।
कामेश्र्वरो वैश्रवणो ददातु कुबेराय वैश्रवणाय।
महाराजाय नम: ।
तृतीय:
ॐ स्वस्ति, साम्राज्यं भौज्यं स्वाराज्यं
वैराज्यं पारमेष्ट्यं राज्यं महाराज्यमाधिपत्यमयं ।
समन्तपर्यायीस्यात् सार्वभौमः सार्वायुषः आन्तादापरार्धात् ।
पृथीव्यै समुद्रपर्यंताया एकराळ इति ॥
चतुर्थ:
ॐ तदप्येषः श्लोकोभिगीतो।
मरुतः परिवेष्टारो मरुतस्यावसन् गृहे।
आविक्षितस्य कामप्रेर्विश्वेदेवाः सभासद इति ॥
॥ मंत्रपुष्पांजली समर्पयामि ॥
पुष्पांजलि मंत्र का विवरण :
इस पुष्पांजलि मंत्र के माध्यम से ईश्वर को पुष्प समर्पित करते हुए उनकी कृपा पाने के लिए प्रार्थना की जाती है। इसमें मुख्य तौर पर स्वर्ग लोक के सभी देवताओं, कुबेर देव, प्रजापति, और आपके राज्य इत्यादि का स्मरण किया जाता है और उसपर कृपा बानी रहे इसकी प्रार्थना की जाती है।