हमारे हिन्दू धर्म में इस पुष्पांजलि मंत्र को बेहद ही विशेष माना जाता है और किसी भी पूजा या शुभ आयोजन हो उसमें सर्वप्रथम इस मंत्र का जाप किया जाता है। इस मंत्र का औचित्य बड़ा ही सरल सा है, पुष्पांजलि का अर्थ होता है फूलों की टोकरी, जो हम ईश्वर को उनके सम्मान में देते हैं और उनका अभिनंदन करते हैं और कामना करते हैं की वो हमारी पूजा या अनुष्ठान को सफल बनाएंगे।
पुष्पांजलि मंत्र लिरिक्स हिंदी में । Pushpanjali Mantra lyrics in Hindi
ॐ यज्ञेन यज्ञमयजन्त देवास्तनि धर्माणि प्रथमान्यासन् ।
ते ह नाकं महिमान: सचंत यत्र पूर्वे साध्या: संति देवा: ॥
ॐ राजाधिराजाय प्रसह्य साहिने
नमो वयं वैश्रवणाय कुर्महे
स मस कामान् काम कामाय मह्यं
कामेश्र्वरो वैश्रवणो ददातु कुबेराय वैश्रवणाय
महाराजाय नम: ॥
ॐ स्वस्ति, साम्राज्यं भौज्यं स्वाराज्यं
वैराज्यं पारमेष्ट्यं राज्यं महाराज्यमाधिपत्यमयं
समन्तपर्यायीस्यात् सार्वभौमः सार्वायुषः आन्तादापरार्धात्
पृथीव्यै समुद्रपर्यंताया एकराळ इति ॥
ॐ तदप्येषः श्लोकोभिगीतो
मरुतः परिवेष्टारो मरुतस्यावसन् गृहे
आविक्षितस्य कामप्रेर्विश्वेदेवाः सभासद इति
मंत्रपुष्पांजली समर्पयामि ॥
पुष्पांजलि मंत्र का विवरण :
हमारे धर्म में कोई भी शुभ कार्य हो या कोई अनुष्ठान या कोई हवन पूजन हो, सभी मंत्रों के जाप करने से पहले इस पुष्पांजलि मंत्र का जाप अनिवार्य होता है। आपने भी अपने घर पर इसे किसी विवाह समारोह में, गृह प्रवेश पूजा, या किसी भी हवन इत्यादि में इस मंत्र का जाप जरूर सुना होगा।
ऐसा माना जाता है की जो भी पूरे सच्चे मन और श्रद्धा के साथ इस मंत्र का जाप करता है उसके द्वारा आयोजित पूजा, समारोह, या हवन जरूर सिद्ध होते हैं और सफल होते हैं।