राहु केतु शांति मंत्र हिन्दू धर्म का एक प्रमुख मंत्र है, जिसका जाप आपकी कुंडली से राहु और केतु के बुरे प्रभावों को दूर करता है। यह एक बेहद ही पौराणिक मंत्र है जिसका विशेष उद्देश्य हमारी कुंडली में राहु और केतु नामक दो ग्रहों के प्रभाव को नियंत्रित करना है। यह मंत्र प्राचीन वैदिक संस्कृति में ऋषियों द्वारा ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति और ग्रहों के प्रभाव को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता था।
राहु केतु शांति मंत्र हिंदी में । Rahu Ketu Shanti Mantra in Hindi
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:।
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: केतवे नम:।
राहु केतु शांति मंत्र का विवरण :
अगर आप भी अपने जीवन में परेशानियां झेल रहे हैं तो हो सकता है की आपकी कुंडली में भी राहु केतु का दोष आ गया हो। ऐसी स्थिति में आपको किसी ज्योतिष से मिलना चाहिए और अपनी कुंडली दिखानी चाहिए। यदि आपकी कुंडली में राहु केतु का दोष हो तो इस मंत्र के जाप से आप इसके बुरे प्रभावों से बच सकते हैं। इस मंत्र का जाप बेहद ही सरल विधि के साथ किया जा सकता है।
इन मंत्रों के जाप हेतु सबसे पहले आपको सुबह उठकर प्रतिदिन नियमित रूप से पूजा करनी होती है और फिर ध्यान लगा कर इन मंत्रों का जाप करना होता है। आप चाहें तो मंत्र के जाप के लिए एक रुद्राक्ष की माला का उपयोग कर सकते हैं। प्रतिदिन इस मंत्र को कम से कम 108 बार जरूर जपें, तभी इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। ध्यान रखें की इन मंत्रों का जाप शुद्ध और शांत मन से ही करना चाहिए।