रोग नाशक मंत्र हिंदी में । Rog Nashak mantra in Hindi
वर्तमान में अधिकतर पुरुष और महिला किसी ना किसी रोग से पीड़ित है। कुछ मामलो में इंसान दवाई का सेवन तो करता है लेकिन उसे लाभ उतना नहीं मिल पाता है, जितना मिलना चाहिए। रोग नाशक मंत्र का जाप करने से जल्द आपको आपकी बिमारी से मुक्ति प्राप्त होती है।
चलिए आज हम आपको रोग नाशक मंत्र के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है। नीचे बताए जा रहे मंत्र से आप किसी भी रोग को समाप्त कर सकते है। रोग नाशक मंत्र का जाप करने से जल्द आपको आपकी बिमारी से मुक्ति प्राप्त होती है।
रोग नाशक मंत्र इन हिंदी
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति॥
रोग नाशक मंत्र का जप करने का तरीका
रोग नाशक मंत्र का जप करने से पहले स्नान कर लें। अगर आप स्नान करने में असमर्थ है तो बिना स्नान के भी इस मंत्र का जाप कर सकते है। नियमित रूप से ऊपर बताए गए रोग नाशक मंत्र का जाप 108 बार करने से जल्द आपका रोग समाप्त हो जाएगा। अगर आप 108 बार जाप नहीं कर सकते है तो अपनी सुविधानुसार अधिक से अधिक मंत्रो का जाप करने की कोशिश करें।
रोग नाशक मंत्र का जाप करते समय सावधानियाँ
अगर आप रोग नाशक मंत्र का जाप शुरू कर रहे है तो जाप शुरू करने से पहले अपने ईष्ट भगवान को नमन करें और पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ इस मंत्र का जाप शुरू करें। किसी भी रोग से छुटकारा पाने के लिए आप जो दवा ले रहे है वो बिलकुल भी बंद ना करें। बल्कि दवा के साथ मंत्र का जाप करें।
मंत्र के जाप के साथ दवा खाने पर दवा का असर काफी तेजी से शुरू होता है और जल्द ही आपको आपकी बीमारी या रोग से मुक्ति मिल जाती है।