हिन्दू धर्म में सभी मंत्रों का अपना एक विशेष महत्व होता है। उसी तरह इस सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र को हिन्दू धर्म में किसी भी कार्य, आयोजन और मांगलिक अवसरों की शुरुआत करने के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है की इस मंत्र के जाप से आपके शुभ कार्यों को सफलता प्राप्ति होती है और आपके इस कार्य या आयोजन के मार्ग में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती है।
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र का अर्थ हिंदी में । Sarv mangal mangalye mantra meaning in Hindi
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोऽस्तु ते॥
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र का विवरण :
इस मंत्र का जाप विवाह, गृह प्रवेश, नए उद्योग की शुरुआत, नौकरी के साथ-साथ सभी शुभ कार्यों में किया जाता है। इस मंत्र के माध्यम से हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं की हमारे कार्य या आयोजन सफल हों। इस मंत्र का अर्थ भी यही दर्शाता है, इसमें कहा गया है की सभी कुछ समस्त रूप से मंगलमय और कल्याणमयी हो। इस मंत्र के माध्यम से माँ गौरी, माँ सरस्वती और माँ लक्ष्मी की आराधना की जाती है।
इस मंत्र का जाप मुख्य तौर पर तो किसी आयोजन के समय किया जाता है, हालाँकि आप चाहें तो इसका पाठ प्रतिदिन भी कर सकते हैं। हर रोज इसका जाप करने के लिए सबसे उपयुक्त समय सुबह का होता है। सुबह की पूजा के बाद शांत और शुद्ध मन से इस मंत्र का पाठ बेहद ही लाभकारी सिद्ध होता है। मंत्र का पाठ करते समय इस बात का ध्यान रखें की उच्चारण स्पष्ट हो।