शनि देव का हम सभी के भाग्य कुंडली में एक बड़ा महत्व रहता है। ऐसा कहा जाता है की शनि गृह सबसे धीमी गति से गमन करता है और इसी वजह से शनि देव की इस संसार के सभी प्राणी की हर क्रिया-प्रतिक्रिया पर पैनी नजर रहती है। कोई भी उनसे छल नहीं कर सकता और जीवन में कोई भी सुगम मार्ग की तलाश करे यह शनि देव को स्वीकार नहीं है।
हमारे वेदों और पुराणों में यह कहा गया है की शनि देव अनुशासन और नियंत्रण के प्रभारी देव हैं। वह हमें सच्चाई और ईमानदारी का मार्ग प्रशस्त करते हैं और उनके आशीर्वाद से हमारा शारीरिक और मानसिक हर तरह से विकाश होता है।
शनि बीज़ मंत्र । Shani Beej Mantra in Hindi
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥
शनि बीज़ मंत्र का विवरण :
शनि देव के इस बीज मंत्र का जाप आप किसी भी शनिवार के दिन से शुरू कर सकते हैं। आपको इस मंत्र का जाप किसी तरह के आसान को ग्रहण करने के बाद एक रुद्राक्ष की माला के साथ करना होता है। अगर आप शनि देव की मूर्ति को अपने पूजा स्थल पर स्थापित करने के बाद इस मंत्र का जाप करते हैं और आपको और भी विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।
ऐसी मान्यता है की शनि देव इस पूरे संसार के भाग्य विधाता हैं और उनके इस मंत्र का जाप हमारे लिए सौभाग्य लाता है। उनका यह मंत्र हमें अनुशासित, दृढ़ और खुद पर नियंत्रण रखने की शक्ति प्रदान करता है। वह हमें इस संसार में सच्चाई और ईमानदारी की राह पर चलने को प्रेरित करते हैं और धन-धन्य की कृपा के साथ हमारा सम्पूर्ण विकाश करते हैं।