शिव मंत्र | Shiv mantra in Hindi
इस संसार में मनुष्य विभिन्न तरह की बाधाओं से घिरा रहता है। जीवन के हर एक कदम पर वह संघर्ष की मुद्रा में होता है। इन सभी परेशानियों के बीच भगवान् शिव का यह मंत्र आपको एक शांति प्रदान करेगा और मन को विचलित होने से एक तरह के रोकथाम के रूप में काम करेगा (Shiv mantra in Hindi)।
शिव मंत्र
ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन ।
तव ध्यानेन देवेश मृत्युप्राप्नोति जीवती ।।
वन्दे ईशान देवाय नमस्तस्मै पिनाकिने ।
नमस्तस्मै भगवते कैलासाचल वासिने ।
आदिमध्यांत रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ।।
शिव मंत्र का अर्थ:
भगवान् शिव के इस मंत्र में उनके कई तरह के नामों का आह्वान किया गया है। आदि से अनंत तक का ज्ञान रखने वाले भोलेनाथ को इस मंत्र में उन्हें उनके दूसरे नामों जैसे मृत्युंजय, ईशान, पिनाकिन, त्रयंबक, हर, महेश्वर से स्मरण किया गया है।
यहाँ भगवान् शिव को हर के रूप में संबोधित किया गया है क्योंकि वो अपने सभी भक्त जनों का कष्ट हर लेते हैं। उन्हें महेश्वर के रूप में लोग जानते हैं क्योंकि वह महान ईश्वर, देवताओं के देवता, और संपूर्ण ब्रह्मांड के नियंत्रक हैं।
शिव आह्वान मंत्र के लाभ:
यह मंत्र शिव भगवान् के सभी मंत्रो में बेहद प्रसिद्ध मंत्र के रूप में चर्चित है। कहा जाता है की इस मंत्र का जाप करने से शिव जी बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते है। सावन का महीना इस मंत्र का जाप करने के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है।
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आपको इस मंत्र को 108 बार जाप करना चाहिए, कहा जाता है की ऐसा करने से आपको अपने पापों से मुक्ति मिलेगी। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है की इस मंत्र के जाप करने से मनुष्य की सभी मनोकामना पूर्ण होती है।