मन बहुत ही चंचल होता है। यह हमेशा इधर उधर यहाँ वहाँ भटकता रहता है। इस पर नियंत्रण करना कोई आसान काम नहीं है। मन मस्तिष्क पर नियंत्रण करने के लिए मनुष्य को कड़ी तपस्या करनी पड़ती है। अगर मनुष्य अपने मन पर नियंत्रण कर ले तो उसके लिए उसका निर्धारित लक्ष्य आसान हो जाता है। इसके लिए एक सबसे आसान उपाय श्री कृष्ण के मंत्र (Sri Krishna Mantra Lyrics in Hindi) का जाप करना है।
श्री कृष्ण मंत्र | Sri Krishna Mantra Lyrics in Hindi
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम
राम राम हरे हरे
श्री कृष्ण मंत्र का अर्थ: हे श्री कृष्ण, आप हमारा नमन स्वीकार करें, श्री कृष्ण और भगवान राम को हमारा प्रणाम। राम और कृष्ण दो शरीर हैं लेकिन श्री हरि विष्णु के अवतार होने के कारण दोनों एक ही हैं।
भगवान श्री कृष्ण के इस मंत्र का जाप सूर्योदय से पहले करना होता है, सही कहे तो इस मंत्र का जाप ब्रह्म मुहूर्त में ही करना होता है। भगवान कृष्ण के इस मंत्र का जाप करने से पहले शारीरिक रूप से शुद्ध हो जाना होता है। इस मंत्र का जाप किसी भी दिन अपने इच्छा अनुसार किया जा सकता है।
भगवान श्री कृष्ण के मंत्र का जाप सिर्फ उनकी प्रतिमा के सामने करना होता है। इस मंत्र का जाप करते समय भगवान के सामने घी के दीये जलाने होते है तथा साथ में पीला रंग का फूल भी चढ़ाना होता है। श्री कृष्ण के इस मंत्र का जाप कम से कम एक सौ आठ बार करना होता है। इस मंत्र का जाप लगातार सोलह सप्ताह करने से ही फल की प्राप्ति होती है।
भगवान कृष्ण के इस मंत्र के प्रभाव से मनुष्य का जीवन ख़ुशहाल बन जाता है और जीवन की सारी परेशानियाँ दूर हो जाती है। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति का मन मस्तिष्क शांत हो जाता है, कभी विचलित नहीं होता, मन एकाग्रचित्त रहता है, जीवन में तरक्की होती है।