वैष्णव धर्म को मानने वालों के लिए श्रील प्रभुपाद प्रणाम मंत्र बड़ा ही महत्व रखता है। श्रील प्रभुपाद स्वयं भी भगवान श्रीकृष्ण के भक्त माने जाते थे और श्री वैष्णव सम्प्रदाय के अनुयायी थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन प्रभु श्री कृष्ण के सन्देश को समझने और हर वैष्णव भक्त तक पहुंचाने में बिताया। उनका यह मंत्र भी हमें श्री कृष्ण से जोड़ता है, और आपको उनका आशीर्वाद दिलाता है।
श्रील प्रभुपाद प्रणाम मंत्र हिंदी में । Srila Prabhupada Pranaam Mantra in Hindi
नम ॐ विष्णुपादाय कृष्णप्रेष्ठाय भूतले
श्रीमते भक्तिवेदांतस्वामिन् इति नामिने ।
नमस्ते सारस्वते देवे गौरवाणी प्रचारिणे
निर्विशेष शून्यवादि पाश्चात्यदेश तारिणे ॥
श्रील प्रभुपाद प्रणाम मंत्र का विवरण :
श्रील प्रभुपाद प्रणाम मंत्र प्रभु श्री कृष्ण को समर्पित है, जिसका पाठ प्रतिदिन करने से आप ईश्वर के साथ अपना संबंध जोड़ पाते हैं और खुद को ईश्वर के करीब पाते हैं। कहा जाता है इस मंत्र का पाठ हर सुबह उठते ही करना चाहिए, साथ ही आपके मन में सच्ची भक्ति का भाव और पूरी श्रद्धा होनी चाहिए।
इस मंत्र के जाप से आप ईश्वर के प्रति अपनी श्रद्धा और समर्पण का भाव दिखाते हैं, जिसके फलस्वरूप आपको भी उचित लाभ प्राप्त होता है। इस मंत्र के माध्यम से श्री कृष्ण के उपदेशों को समझने में और खुद को उनके करीब ले जाने में मदद मिलती है। यह मंत्र आपको भगवान के प्रति ध्यान करने को बढ़ावा देता है और आपके भीतर सेवा का भाव उत्पन्न करता है। इस मंत्र के प्रभाव से आपको पूर्ण विकास होता है।