सूर्य पूजा मंत्र हिन्दू धर्म का एक बेहद ही प्रमुख मंत्र है जिसे सूर्य देवता की पूजा के लिए बड़ा ही उपयोगी मंत्र माना जाता है। सूर्य देवता को जीवन का स्रोत माना जाता है और उनकी पूजा से समृद्धि, स्वास्थ्य, उत्तरदायित्व और शक्ति की प्राप्ति की जा सकती है। सूर्य देव को नमन करता यह मंत्र बेहद ही प्रभावशाली माना जाता है, आप भी जानें इसे।
सूर्य पूजा मंत्र हिंदी में । Surya Puja Mantra in Hindi
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः॥
सूर्य पूजा मंत्र का विवरण :
सूर्य पूजा मंत्र सूर्य देव की ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है, और इसका जाप सूर्य देव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्ति में उपयोगी सिद्ध होता है। सूर्य देव की पूजा के लिए सूर्योदय का समय सबसे उचित माना जाता है, हालाँकि कुछ पूजा में सूर्य की पूजा सूर्यास्त के समय भी की जाती है। इस पूजा के लिए किसी शुद्ध और पवित्र स्थान का चयन करें, फिर वस्त्र, फूल, दीपक, धूप, अगरबत्ती, नैवेद्य (आहार) आदि के साथ सूर्य देव की पूजा करें।
सूर्य पूजा की विधि:
इस पूजा के लिए पूजा स्थल पर बैठकर, शुद्धि करें और संकल्प लें। फिर एक माला के साथ सूर्य मंत्र का जाप करें और उसके बाद दीपक और धूप से आरती करें, और फिर फूल और नैवेद्य चढ़ाएं। भगवान सूर्य की पूजा करते समय आपकी आंखें बंद होनी चाहिए, अर्थात् सूर्य की दिशा में नहीं देखना चाहिए। आखिर में, पूजा को समाप्त करने के लिए प्रार्थना करें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
सूर्य पूजा के लाभ:
सूर्य पूजा से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और आपका शरीर सभी रोग से दूर बना रहता है। सूर्य की पूजा से व्यावसायिक सफलता और धन प्राप्ति होती है। यह भी कहा जाता है की सूर्य देव की पूजा से आपके जीवन में बुराइयां कम होती हैं और सकारात्मकता आती है। सूर्य देव की इस पूजा से आपके भीतर उत्तरदायित्व का गुण बढ़ता है और सामाजिक रूप से आपका महत्व बढ़ता है।