हर इंसान के मन में कुछ न कुछ अधूरी इच्छाएं जरूर होती है और हम सभी अपनी अतृप्त इच्छाओं की पूर्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। आपको अपने घर में यह दीपक जलाने से तुरंत लाभ मिलेगा और आपकी मन की इच्छाएं पूर्ण होंगी। यह कौन सा दीपक है और इसे कैसे जलाना है, आइये इस आध्यात्मिक पोस्ट के जरिये जानते हैं।
अकसर हम अपनी मन की शांति के लिए मंदिर जाते हैं। मंदिर में जाने से हमारे भीतर एक सकारात्मक तरंगें आती हैं, और हमारे भीतर खोई हुई आस्था वापस आ जाती है। मंदिर ही हमें यह एहसास दिलाता है की भगवान हमारी सभी समस्याओं का ध्यान रखने के लिए मौजूद है। इसी प्रकार मंगलवार और शुक्रवार को घर में दीपक जलाने से दरिद्रता दूर होगी, धन-धान्य की वृद्धि होगी, परिवार में क्लेश दूर होगा, सुख-शांति बढ़ेगी।
शास्त्रों में उल्लेख है कि इस प्रकार से जलाए गए दीपक को न केवल घर के पूजा कक्ष में बल्कि घर के केंद्रीय आंगन, रसोई घर, तुलसी माता आदि में भी जलाया जा सकता है। पहले के समय में बीच में आँगन के साथ घर बनाये जाते थे। जिनके घर में आँगन हो उन्हें आँगन में यह दीपक जलाना चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि तुलसी माता के सामने परिवार में शांति और मनोवांछित फल लाने के लिए मंगलवार और शुक्रवार की शाम को दीपक जलाना चाहिए। इसी तरह घर के बीच में यानी अपने आँगन में आप एक तुलसी का पौधा लगाएं और वहीं एक छोटा सा दीपक जला कर रखें। इस दीपक में घी ही डालना चाहिए। कोई और तेल इस्तेमाल न करें। फिर उसमें एक पीला धागा डाल दें।
चूंकि हल्दी शुभ होती है, इसलिए माना जाता है कि यदि आप हल्दी में भिगो कर सुखाये गए बाती का दीपक जलाते हैं, तो आपकी मनोकामना पूरी होती है। इस बाती से हर मंगलवार या शुक्रवार को आंगन के बीचोबीच दीपक जलाएं तो आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी। कोई अधूरी इच्छा हो तो वह भी पूरी होगी।