अगर इस तरह से नहीं करेंगे पूजा तो काशी भी क्यों न चले जाए आपके पाप नहीं घुलेंगे। यदि आप यह कार्य करते हैं तो गंगा में नहाने जैसा पुण्य मिलेगा।

हिन्दू धर्म के शास्त्र में यह विदित है की यदि मनुष्य को अपने कर्मों से मुक्ति पाने हैं तो उसके लिए जीवन में कम से कम एक बार काशी जरूर जाना चाहिए। ऐसा कहा जाता है की हमारे कर्म हमारा पीछा नहीं छोड़ते, अगर हमने बुरे कर्म किए हों तो उनका भुगतान करना ही पड़ता है। आज हम इस आध्यात्मिक पोस्ट के जरिये इस बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

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पुराने जमाने से ही काशी जाना एक पुण्य माना जाता है। यह एक ऐसा तीर्थ स्थल है जिसकी यात्रा अनादि काल से लोग करते आ रहे हैं। पहले के समय में कई लोग तो ऐसा भी कहते थे की अगर काशी जायेंगे तो कभी वापस नहीं आएंगे। इसका मुख्य कारण था की मनुष्य अपने कर्तव्यों को पूरा करने के बाद काशी यात्रा को अपनी अंतिम यात्रा के रूप में चुनते थे। उस वक़्त में आज जैसी सुविधाएँ नहीं तो और लोग पैदल ही इस यात्रा को पूरा करते थे।

कई लोगों का तो ऐसा भी मानना होता है की काशी जाना हमारे लिए एक पुनर्जन्म होने के सामान है। आज के समय में काशी एक पर्यटन स्थल बन चूका है और लोग यह भूल भी चुके हैं की काशी को किस वजह से तीर्थ कहा जाता है। आज जो लोग काशी को मात्र एक पर्यटन स्थल मानते हैं उन्हें पता नहीं की इस स्थान को काशीनाथ, भगवान शिव का स्थल क्यों माना जाता है। यहाँ मृतकों की आत्माओं की शान्ति के लिए पूजा क्यों की जाती है।

काशी जाने पर क्या करें
काशी को उन तीन जगहों में से एक कहा जाता है जहां दुनिया के सभी जीव मरने के बाद मिलते हैं। हमें वहां जाना चाहिए और ठीक से अपने पूर्वजों को अर्पण देना चाहिए। ऐसा भी कहा जाता है की हमारे कर्मफल तभी पूर्ण रूप से पूरे होते हैं जब हम अपने पूर्वजों को, अपने मृत दोस्तों और सम्बन्धियों को अर्पण देते हैं। अगर हम उन्हें याद करते हैं और उनके लिए तिल और पानी छिड़कते हैं तो उन्हें शांति प्राप्त होती है और हमें उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहा जाता है कि यहां पिंडम रखकर और तिल-जल छिड़ककर विधिपूर्वक पूजा करने से हमारे पापों का नाश होता है और हम काशी में प्रभु की पूर्ण कृपा प्राप्त कर पाते हैं।

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यदि हम अभी से काशी जाने का निश्चय कर लें, यदि हम इस एक कर्तव्य को ठीक प्रकार से कर लें, तो हमें अपने कर्मों के पापों से रहित और वापस आने पर एक अच्छा जीवन जीने की कृपा प्राप्त होगी।

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